एटा विघुत निगम के एसई को विधायक जलेसर संजीव दिवाकर ने दिया था तीनों जेई को इधर से उधर करनें को लैटर
एटा : जलेसर क्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरो पर हैं कि विघुत विभाग के जेई का ट्रांसफर कैसे हुआ आपकों बता दे कि विघुत निगम के तीनों जेई से क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान थें।उपभोक्ता जब अपने बिजली विभाग के अधिकारी से संपर्क करनें की कोशिश करतें तो अधिकारी से संपर्क नहीं होता था कर्मचारी से संपर्क होता था कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई काम नहीं करतें थें इसलिए उपभोक्ता परेशान थें। उपभोक्ताओं का गुस्सा उस वक्त फूट गया जब बेरनी जलेसर में भारी मात्रा में बिजली की अघोषित कटौती होने लगीं आपकों याद रहें कि बेरनी बिजली घर पर भारतीय किसान यूनियन भानू के बैनर तले तालाबदी हुईं थी बिजली की अघोषित कटौती को लेकर उसमें जेई कैलास वर्मा चार्ज संभाल रहें थें तब उन्होंने कडी मशक्कत के बाद बाद भाकियू भानु के नेताओं से ताला खुलवाया था और आशवसन दिया था जल्द ही विघुत आपूर्ति अच्छी तरह सुचारु करायी जाएंगी मामला विधायक संजीव दिवाकर तक पहुंचा तो आनन फानन में विधायक संजीव दिवाकर ने अधीक्षण अभियन्ता विघुत वितरण खंड एटा को लैटर भेजकर 3 विघुत विभाग के जेई को इधर से उधर रखनें की बात लिखी जिसमें लिखा गया बेरनी पर तैनात अवर अभियन्ता मनीष कुमार को नूहखेडा फीडर , रजनीकांत शर्मा को नूहखेडा फीडर से बेरनी फीडर, तथा पटना फीडर पर कैलास वर्मा को तैनात किया जाएँ। विधायक संजीव दिवाकर के लैटर को देख अधीक्षण अभियन्ता एटा ने त्वरित कार्यवाही की हैं।
रिपोर्ट - लखन यादव
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