अडानी के सवाल पर प्रधानमंत्री के आँखों में दिखा डर - राहुल गाँधी

लेखक- अर्पित सिंह सिसोदिया

मोदी सरनेम वाले मामले में सूरत की एक अदालत ने राहुल गाँधी को सज़ा सुनाया हैं, गांधी ने बीते लोकसभा चुनाव में एक रैली के दौरान ‘मोदी सरनेम’ वालों के संबंध में टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर गुरुवार को सूरत की अदालत ने उन्हें दो साल की सज़ा सुनाई हैं। वहीं लोकसभा सचिवालय द्वारा शुक्रवार को बताया गया है कि सांसद राहुल गांधी को जिस दिन अदालत ने सज़ा सुनाइ थी, उसी दिन से उन्हें सांसद के तौर पर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है।

राहुल गाँधी जब से 4000 किलो मीटर की भारत जोड़ो यात्रा ख़त्म कर के आये हैं, तभी से वह बीजेपी और अडानी पर लगातार हमलावर होते हुए दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि 7 फरवरी को संसद में राहुल गांधी के अडानी- मोदी संबधों को लेकर दिए गए भाषण के बाद से कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ हुई कार्रवाइयों का एक क्रम सा नज़र आता है। अब कांग्रेस का कहना है कि सूरत कोर्ट के फैसले का तार भी राहुल गांधी के सदन में अडानी पर दिए गए भाषण से जुड़ा हुआ हैं। 

क्या कहता हैं कानून ?

आइये इस क़ानून के बारे में जानते हैं , जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 8(3) के अनुसार, यदि किसी सांसद या विधायक को किसी अपराध का दोषी पाया जाता हैं तो उसे कम से कम दो साल की सजा सुनाई जाती है और उनकी सदस्यता (लोकसभा और विधानसभा) से रद्द कर दी जा सकती हैं। इतना ही नहीं सजा की अवधि पूरी करने के बाद 6 साल के लिए वो चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य भी होते हैं। 

बीजेपी के नेता मोदी से डरते हैं- राहुल गाँधी 

राहुल गाँधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा पर हमला बोला हैं, उन्होंने कहा की बीजेपी के नेता मोदी से डरते हैं। मोदी ने कहा की राहुल गांधी का ध्यान अडानी से हटा कर देश द्रोह की तरफ़ करो, तो उन्होंने मुझपे झूठा देशद्रोह का आरोप लगाना शुरू कर दिया है, उन्होंने आगे बोलते हुए कहा की मोदी मुझे संसद में दुबारा नहीं देखना चाहते हैं। मैने उनकी आंखों में देखा है की उन्हें डर लग रहा है। उन्हें इस बात का भय है की मैं अडानी पर दुबारा सवाल न पुछ लू। मुझे पता हैं इन दोनो लोगों का एक दूसरे से गहरा संबंध है, उन्हें इसी बात का डर है की मैं फिर से संसद में 20 हजार करोड़ रुपए पर सवाल न उठा दू की इतना पैसा अडानी ग्रुप के पास कहा से आया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है की ये मामला देश की सुरक्षा का हैं , इसलिए सवाल तो मैं पूछूंगा। आगे उन्होंने कहा ये पैसा सेना मंत्रालय से जुड़ा हुआ है, रक्षा मंत्रालय अडानी से सवाल क्यों नही पूछती हैं?

मैं अपनी तपस्या पूरा कर के जाऊंगा 

अपनी सदस्यता बहाल होने वाले सवाल पर उन्होंने कहा की , लोकसभा अध्यक्ष मेरी सदस्यता बहाल करे या न करे, लेकिन जो मैं काम संदन के अंदर करता था, अब वहीं काम मैं सदन के बाहर भी करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने ने ये भी कहा कि मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता की मैं पार्लियामेंट के अंदर हूं या बाहर , मैं अपना काम करके दिगाऊंगा, मैं अपनी तपस्या को पूरा कर के जाऊंगा। अडानी पर हमला बोलते हुए राहुल कहते हैं ,अगर अडानी से सवाल पूछा जाता हैं की इतने पैसे कहा से आये तो बीजेपी अडानी को बचाने के लिए कहती है कि अडानी पर सवाल उठाना देश पर आक्रमण है, बीजेपी और प्रधानमंत्री के लिए अडानी ही देश है।

केजरीवाल ने किया राहुल गाँधी का समर्थन 

अरविन्द केजरीवाल ने राहुल गाँधी का समर्थन किया हैं, उन्होंने कहा हैं कि जिस तरह से राहुल गाँधी के साथ गलत किया गया हैं और उनकी सदस्य्ता ख़त्म की गई हैं, हम न्यालय का सम्मान करते हैं लेकिन ये कायराना हरकत हैं, ये सरकार डरी हुई है, भाजपा एक राष्ट्र एक पार्टी बनाने का रोड मैप तैयार कर रही हैं। साथ ही  उन्होंने प्रधानमंती पर हमला बोलते हुए कहा की  'वो देश के सबसे भ्रष्ट और सबसे कम पढ़े लिखे प्रधानमंत्री हैं, भारत के इतिहास में बारहवीं पास कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ हैं, ये हमेशा कार्यवाही और विपक्षी नेताओ का सदस्यता समाप्त करने की सोचते हैं। केजरीवाल ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि 'मैं भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूँ की अगर वो देश को बचाना चाहते हो तो बीजेपी छोड़ दें।

मेरे परिवार ने लोकतंत्र को अपने खून से सींचा हैं- प्रियंका वाड्रा 

कांग्रेस पार्टी के 'सत्याग्रह' आन्दोलन को संबोधित करते हुए, प्रियंका गाँधी ने कहा कि कांग्रेस और मेरे परिवार ने इस देश के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला हैं। बता दे कि प्रियंका गाँधी ने अपने पीता को याद करते हुए कहा कि, वो चित्र आज भी मेरे दिमाग में हैं, मेरे पिता का शव इसी तिरंगे में लिपटा हुआ आया था, मेरे शहीद पिता को भरी संसद में अपमान किया जाता हैं। शहीद के बेटे मेरे भाई राहुल गाँधी को मीर जाफ़र कहा जाता हैं, उस शहीद की पत्नी को अपमानित किया जाता हैं, भरी संसद में प्रधानमंत्री कहते है की हम नेहरु सरनेम का यूज क्यों नहीं करते हैं। बीजेपी के मंत्री कहते हैं कि मेरे भाई को नहीं पता हैं की उनके पिता कौन हैं, इतना सबकुछ कहने के बाद आपको सजा नहीं होती हैं, आपकी सदस्यता नहीं रद्द होती हैं, आपको संसद बाहर नहीं निकला जाता हैं, आप पर ना ही कोई कार्यवाही होती हैं और ना ही आप जेल जाते हैं।  

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