जिला कारागार में मुस्लिम बंदी भी रख रहे नवरात्र व्रत
अंबेडकरनगर : जिला कारागार की सलाखों के पीछे साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिल रही है। व्रत और रमजान में हिंदू-मुस्लिम बंदी एक-दूसरे को सहयोग करते हैं, वहीं कुछ मुस्लिम बंदी भी साम्प्रदायिक सौहार्द को मजबूत करने के लिए व्रत रख रहे हैं। इन मुस्लिम बंदियों द्वारा पूजा-अर्चना के बाद ही व्रत खोला जाता है। जेल प्रशासन द्वारा मुस्लिम बंदियों को पूरा सहयोग किया जा रहा है।
बीते कुछ सालों में जिला कारागार की स्थिति में सुधार हुआ है। जिला कारागार को विशेष सुविधाएं होने के चलते प्रमाणपत्र भी मिल चुका है। अब नवरात्र और रमजान माह के दौरान हिंदू-मुस्लिम बंदियों द्वारा एक-दूसरे का पूरा सहयोग किया जा रहा है। जेल में पांच मुस्लिम बंदी ऐसे हैं, जो नवरात्र के व्रत रख रहे हैं। इन बंदियों द्वारा पूरे 9 दिन का व्रत रखा गया है। पूजा-पाठ में कोई त्रुटि न हो जाए, इसके लिए हिंदू बंदी भी उनका सहयोग करते हैं। जेल प्रशासन भी हिंदू देवी-देवताओं के प्रति मुस्लिम बंदियों की आस्था और साम्प्रदायिक सौहार्द को देखकर खुश नजर आ रहा है।
जेल अधीक्षक हर्षिता मिश्रा द्वारा बताया गया कि व्रत रखने वाले मुस्लिम बंदियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। व्रत रखने पर मिलने वाले डाइट चार्ट के अनुसार इन पांच बंदियों को भी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।सीसी कैमरे से जेल के आंतरिक और बाहरी परिसर की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जेल अधिकारी स्वयं भी सुरक्षा चौकसी का अवलोकन कर रहे हैं।
संवाददाता : अजय कुमार उपाध्याय
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