महासमिति ने अधिकारियों पर प्रशासनिक उपेक्षा का आरोप लगाया

अम्बेडकर नगर : शारदीय नवरात्र पर विसर्जन स्थल मार्ग का निरीक्षण करने आए अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक से विसर्जन स्थल मार्ग एवं विद्युत आपूर्ति की समस्याओं को लेकर श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति और अपर जिलाधिकारी,अपर पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी की घंटों वार्ता के उपरांत भी अधिकारियों द्वारा महासमिति के पदाधिकारियों को संतुष्ट नहीं किया जा सका।

महासमिति ने अधिकारियों पर प्रशासनिक उपेक्षा का आरोप लगाया।अधिकारियों के मनमाने रवैये से नाराज महासमिति के पदाधिकारियों ने दुर्गा पूजा प्रतिमा का विसर्जन संपन्न कराने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंप दी है।जिसके बाद दोनो अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन के अमले के साथ वार्ता किया।

बताते चलें कि नवरात्रि के महापर्व पर केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति की पदाधिकारियों द्वारा प्रशासन को 27 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया था। महासमिति का आरोप है कि प्रशासन ने उनके एक भी मांगों को पूरा नहीं किया है और सिर्फ लीपापोती करने में लगी हुई हैं। महासमिति के महामंत्री दिनेश मौर्या ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रि पर्व पर विसर्जन स्थल मार्ग को खोदकर उसपर गिट्टी डाला गया है जिससे श्रद्धालु भक्त उसपर गिरते रहते हैं लेकिन प्रशासन को इसकी कोई फिक्र नहीं है वहीं दूसरी तरफ बिजली आपूर्ति को लेकर उन्होंने बताया कि इस वर्ष बिजली आपूर्ति बद से बदतर है।

महामंत्री ने यह भी बताया कि बिजली आपूर्ति की समस्या को लेकर जब संबंधित अधिकारियों को फोन किया जाता है तो या तो वह फोन नहीं उठाते या फिर मोबाइल बंद कर लेते हैं जिससे जो लोग दुर्गा जी की प्रतिमा को स्थापित किए हैं उन्हें तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महा समिति के अध्यक्ष विशाल माँझी ने बताया कि प्रशासन द्वारा त्यौहार के पूर्व में ही पीस कमेटी का बैठक किया जाता है अधिकारियों द्वारा सारी समस्याओं को सुना जाता है और यह आश्वासन दिया जाता है कि समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा परंतु उसके बाद उन समस्याओं पर अधिकारियों की नजर नहीं पड़ती है।

अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पूर्व में रहे अधिकारियों द्वारा पहले ही निरीक्षण कर लिया जाता था लेकिन इस वर्ष अधिकारी अपनी आंख बंद करके बैठे हुए हैं। आज अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार कन्नौजिया, अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय के साथ पूरी फोर्स लेकर विसर्जन स्थल मार्ग पर पहुंच गए और वहां का निरीक्षण किया लेकिन इस संदर्भ में ना तो महासमिति के पदाधिकारियों को सूचना दी गई और ना ही उन्हें वहां पर बुलाया गया जिसके बाद आक्रोशित पदाधिकारियों ने विसर्जन कराने की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन के हवाले कर दी।

उसके बाद सभी अधिकारी झारखंडी पर पहुंचे जहां पर मंदिर परिसर में वार्ता कर महासमिति के लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास किया और विधुत विभाग के एक अवर अभियंता की ड्यूटी लगाए जाने का आदेश जारी किया।और मार्ग को साफ कराने का आश्वाशन दिया। टाण्डा में 156 दुर्गा प्रतिमा विसर्जन 6 अक्टूबर गुरुवार को होना निश्चित है।

इसी बीच वहां पर मौजूद क्षेत्राधिकारी टांडा संतोष कुमार ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने पर बयान समिति के लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है।फिलहाल इस वर्ष स्थानीय प्रशासन व केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति में टकराव की स्थित देखने को मिल रही है वही अधिकारियो का दावा है कि सब सही कर लिया जाएगा।

 

रिपोर्टर : संदीप जयसवाल

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