आजादी के मतवाले क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु ,सुखदेव को शहीदी दिवस पर खिराज ए अकीदत पेश की और भगत सिंह की प्रतिमा को माला पहनाकर शहीदी दिवस मनाया
बदायूं 23 मार्च जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग जनपद बदायूं ने जिला चेयरमैन चौधरी बफाती मियां के नेतृत्व में नवादा चौराहे पर लगी भगत सिंह की प्रतिमा पर माला चढ़ाकर शहीदी दिवस मनाया
इस मौके पर उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद भगत सिंह ने रक्त से रंगी धरती पर कसम खाई थी कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आजादी का बिगुल फूंक एंगे इसका बदला लेने के लिए संकल्प लिया गया था इन क्रांतिकारियों द्वारा जब ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को गोली मार दी जबकि मारने थी एस्कॉर्ट को इसमें भगत सिंह के साथ राजगुरु सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद भी थे लेकिन आजाद कभी पकड़े नहीं गए
कुछ लोगों का कहना है कि भगत सिंह को फांसी असेंबली में बम फेंकने के कारण हुई थी लेकिन ऐसा नहीं है भगत सिंह ने असेंबली में पहुंचकर जन विरोधी बिल का विरोध किया और भारत माता की जय इंकलाब का नारा लगा कर बम विस्फोट कर दिया था और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था और राजगुरु को पुणे में गिरफ्तार किया गया और सुखदेव को लाहौर में गिरफ्तार किया गया इन तीनों को ब्रिटिश अधिकारी राइडर्स को गोली मारने के जुर्म में फांसी की सजा हुई इसमें 24 मार्च को फांसी होने वाली थी मगर अंग्रेजी हुकूमत ने इन्हें एक दिन पहले ही यानी 23 मार्च 1931 को राजगुरु सुखदेव भगत सिंह को फांसी दे दी आजादी के इन तीनों मत वालों ने भारत माता की जय इंकलाब जिंदाबाद वंदे मातरम का नारा लगाकर फांसी के फंदे को खुशी-खुशी चूम लिया था
आज हम उन आजादी के मतवाले क्रांतिकारियों को सच्ची खिराजे ए अकीदत पेश करते हैं इस मौके पर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के महासचिव इकरार अली यूथ कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष हैऐ राज चौधरी जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव बाबू भाई लाल मियां जमाल चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।
संवाददाता : शमसुल हसन/नीलोफर
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