प्रधानी आरक्षण को लेकर पूरे जिले में चल रहा है गुणा गणित

बलिया: बीते 11 फरवरी को जिला पंचायत आरक्षण  आने के बाद अब जनपद के हर गांव में प्रत्येक लोग एक दूसरे से यही पूछ रहे हैं कि भैया इस बार की प्रधानी में किस कैटेगरी का सीट है।

जबाब में कुछ बुद्धिजीवी लोग यह बता रहे हैं कि जो आज तक नहीं हुआ है वही होगा। तो कुछ लोगो द्वारा प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को लॉलीपॉप देने के लिए जिस कैटेगरी का प्रत्याशी है उसी कैटेगरी का आरक्षण बताया जा रहा है।
जबकि सरकारी नियमावली की बात करें तो सुबे की भाजपा सरकार की  यही मंशा यह है कि जो अब तक नहीं हुआ है उसी कैटेगरी का सीट प्रदेश के समस्त गांव में रखना है।

आजकल बलिया जनपद ही नहीं  बल्कि प्रदेश के समस्त जनपद के लगभग सभी गांव में चुनावी पंडितों द्वारा अपने अपने ढंग से प्रधानी चुनाव 2021 का आरक्षण लागू किया जा रहा है।
चुनावी विशेषज्ञों ने तो कई गांव के आरक्षण सीट के बारे में भी बता दिया है। जिनकी बातें भले बेबुनियाद हो लेकिन कुछ देर के लिए आम लोगों को अपनी बातों के जाल उलझाने के लिए कम नहीं है।

बहरहाल विभिन्न चुनाव में अपनी अपनी भूमिका निभा चुके चुनावी गणितज्ञ द्वारा यह कहा जा रहा है कि 2 मार्च से 3 मार्च तक बलिया जनपद का प्रधानी आरक्षण सूची आईने की तरह साफ साफ हो जाएगा।

कुछ चुनावी पंडित अभी वर्तमान में अपने-अपने ढंग से  चुनावी गुणा गणित कर रहे हैं । जो समझ से परे है। कुछ लोगों द्वारा यह कह कर लोगों को सांत्वना दिया जा रहा है की लखनऊ तक हमारी पकड़ है मैंने वहां से आरक्षण सूची देख लिया है। जबकि सच्चाई की बात करें तो बिना 2 और 3 मार्च के पहले प्रधानी सूची का आरक्षण का पता लगाना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा। इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी रेवती व एडीओ आई एस बी प्रमोद कुमार प्रसाद का कहना है कि 2 मार्च के पहले ग्राम सभा का आरक्षण   कंफर्म नहीं हो पाएगा। कहना गलत नहीं होगा कि अब जो भी होगा वह आने वाला वक्त ही बताएगा। वर्तमान में लोग अपनी डफली अपना राग अलाप रहें हैं।

रिपोर्टर : गिरीश मिश्र

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