बलरामपुर : प्रतिबंधित प्रजाति की मछली बेची तो होगी मत्स्य पालकों पर होगी कठोर कार्यवाही
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य रेवती रमण ने बताया कि आज दिनांक 27 फरवरी 2021 को विशुनपुर टनटनवा , पचपेड़वा, गैसड़ी ,तुलसीपुर, लालनगर सिपहिया की बाज़ारो में मत्स्य निरीक्षक लाल बहादुर के साथ छापेमारी की गई । जिसमें भारी मात्रा में प्रतिबंधित प्रजाति की मछलियां थाई मांगुर एवं बिग हेड की बिक्री पाई गई । मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य ने समस्त प्रतिबंधित मछलियों को नष्ट कराते हुए मत्स्य विक्रेता बाघे , हेमराज, मोहर्रम अली, बिंदु, राजेन्द्र कश्यप, मुख्तार आदि को कड़ी चेतावनी देते हुए पुनः इस प्रजाति की मछली न बेचने का निर्देश दिया तथा मौके पर ही समस्त प्रतिबंधित प्रजाति की मछलियों को नमक डालकर नष्ट करवा दिया गया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य ने बताया कि थाई मांगुर एवं बिग हेड प्राजाति के मछलियों का पालन , विपणन आदि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है । थाई मांगुर कैटफ़िश प्राजाति की मछली है , जिसमे भारी मात्रा में लेड पाया जाता है , जो ब्रेन कैंसर का कारक है । साथ ही ये मछलियां देशी मांसाहारी प्रकृति की होती है जो भारतीय प्राजाति की मछलियों के लिए खतरा है ।साथ ही इन मछलियों को लोग स्लाटर हाउस के सड़े गले मांस को खिला देते है , जिसे जल प्रदूषण उत्पन्न होता है अतः ये मछलियां पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है , जिससे पारिस्थितिकीय असंतुलन का खतरा है ।जनपद में उक्त प्रजातियों की बिक्री पर रोकथाम के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा तथा प्रतिबंधित प्रजाति की मछलियों के मत्स्य पालको ,विक्रेताओ तथा मत्स्य बीज विक्रेताओ के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी ।
रिपोर्टर : संदीप
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