देश को टीबी मुक्त बनाना प्रधानमंत्री का सपना : विधायक

देश को टीबी मुक्त बनाना प्रधानमंत्री का सपना : विधायक
लोगों को जागरुक करने के लिए छात्राओं को दिलाई शपथ
विश्व क्षय रोग दिवस पर आयोजित हुई गोष्ठी

 

बबेरू (बांदा), 24 मार्च 2021 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि वर्ष 2025 तक देश टीबी से मुक्त हो जाए। इसके लिए सभी वर्गों को एक साथ मिलकर आगे आना होगा। टीबी से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। यदि किसी को बीमारी से जुड़ी किसी प्रकार की संभावना दिखाई दे तो बलगम की जांच जरूर कराएं। यह बातें विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर बुधवार को जेपी शर्मा इंटर कालेज में आयोजित गोष्ठी में क्षेत्रीय विधायक चंद्रपाल कुशवाहा ने कहीं।

उन्होंने छात्राओं को क्षय रोग के प्रति अपने आसपास व परिवार के लोगों को जागरूक करने की शपथ दिलाते हुए कहा कि क्षय रोग के लिए सभी जांच व उपचार मुफ्त हैं। ऐसे में लोग अपने आस पास लोगों को क्षय रोग के प्रति जागरूक करें। क्षय रोगियों को इलाज पूर्ण होने तक हर माह पांच सौ रुपये मरीज के खाते में भेजा जाता है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.एमसी पाल ने कहा कि मरीजों को जांच के लिए जिले के सभी डाक्टर, आयुर्वेद विभाग, होम्योपैथ विभाग के अलावा निजी डाक्टरों को भी प्रशिक्षित किया जा चुका है। आप अपने आस पास के लोगों को जागरूक करें। जिससे जिले में क्षय रोग पर पूरी तरह से नियंत्रण लगाया जा सके।
डीटीओ ने कहा कि अच्छा खान-पान न करने वालों को टीबी ज्यादा होती है क्योंकि कमजोर इम्यूनिटी से उनका शरीर बैक्टीरिया का वार नहीं झेल पाता। कम जगह में ज्यादा लोगों के रहने की वजह से भी इन्फेक्शन तेजी से फैलता है। धू्रमपान करने वालों, डायबीटीज के मरीजों, स्टेरॉयड लेने वालों, कैंसर और एचआईवी मरीजों को भी खतरा ज्यादा होता है।

इस मौके पर कालेज के इंचार्ज प्रधानाचार्य डा.शिवगोपाल गुप्ता, डा.कमलेश रापजूत, डा.शिपपाल सिंह, ललित कुमार सिंह, गणेश कुमार, धीरेंद्र सिंह, श्रीकांत कुशवाहा सहित कालेज स्टाफ व छात्राएं उपस्थित रहीं।

यह हैं टीबी के लक्षण

दो हफ्ते से ज्यादा लगातार खांसी, खांसी के साथ बलगम आ रहा हो, कभी -कभार खून भी, भूख कम लगना, लगातार वजन कम होना, शाम या रात के वक्त बुखार आना, सर्दी में भी पसीना आना, सांस उखड़ना या सांस लेते हुए सीने में दर्द होना, इनमें से कोई भी लक्षण हो सकता है और कई बार कोई लक्षण भी नहीं होता है।

टीबी रोग से ऐसे करें बचाव

अपनी इम्युनिटी को बढ़िया रखें। न्यूट्रिशन से भरपूर खासकर प्रोटीन डाइट (सोयाबीन, दालें, मछली, अंडा, पनीर आदि) लेनी चाहिए। कमजोर इम्युनिटी से टीबी के बैक्टीरिया के एक्टिव होने के चांस होते हैं। दरअसल, टीबी का बैक्टीरिया कई बार शरीर में होता है लेकिन अच्छी इम्युनिटी से यह एक्टिव नहीं हो पाता और टीबी नहीं होती।
मरीज को मास्क पहनकर रखना चाहिए। मास्क नहीं है तो हर बार खांसने या छींकने से पहले मुंह को नैपकिन से कवर कर लेना चाहिए। इस नैपकिन को कवरवाले डस्टबिन में डालें।

मरीज ऑफिस, स्कूल, मॉल जैसी भीड़ भरी जगहों पर जाने से परहेज करे। साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी यूज करने से बचे।

ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। कम रोशनी वाली और गंदी जगहों पर न रहें और वहां जाने से परहेज करें।

मरीज को हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहना चाहिए। कमरे में हवा आने दें।

मरीज एसी से परहेज करे क्योंकि तब बैक्टीरिया अंदर ही घूमता रहेगा और दूसरों को बीमार करेगा।

रिपोर्टर : क़ासिद अली सिद्दीकी

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