उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोक आस्था पर्व छठ का समापन

बांका : सूर्याेपासना का चार दिवसीय महापर्व डाला छठ चांदन प्रखंड मुख्यालय स्थित कोल्हुआ छठ घाट सहित संपूर्ण बांका जिले में शांतिपूर्ण तरीके से सोमवार को संपन्न हो गया। रविवार शाम तथा सोमवार सुबह व्रतियों तथा श्रद्धालुओं ने शहर के विभिन्न छठ घाटों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ महापर्व को लेकर संपूर्ण चांदन प्रखंड मुख्यालय भक्ति के माहौल में डूबा रहा। चांदन प्रखंड में चारों ओर छठ मैया के गीतों की धुन सुनाई देती रही। स्थानीय कोल्हुआ छठ घाट के तट पर मनोरम दृश्य देखने को मिला। जहां लोगों ने सोशल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा बनाए गए घाट पर खुले जल में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।
इसके अलावे चांदन गौरीपुर बांध, कोरिया पंचायत के लठाने गांव के सट्टा नदी गोड़ायारी नदी सहित अन्य स्थलों पर लोगों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। लेकिन इस बार सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा चांदन छठ पूजा समिति कोल्हुआ छठ घाट भव्य सूर्य भगवान का मंदिर निर्माण कर सूर्य भगवान की प्रतिमा स्थापित कर पूरे विधि विधान के साथ आचार्य विपिन पांडेय के द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ छठ व्रतियों ने अर्घ्य एक साथ समय सीमा निर्धारित समय पर दिया है। इस तरह की सफलता पाने के लिए सोशल वेलफेयर सोसाइटी चांदन 1986 से प्रयास कर रही थी। जो इस बार मनोरम दृश्य देखने को श्रद्धालुओं मिला। क्षेत्र के तमाम श्रद्धालुओं ने समिति के लोगों को धन्यवाद दिया।
आचार्य विपिन पांडेय ने बताया कि सोशल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा कोल्हुआ छठ घाट पर छठ व्रत्तियों के लिए घाट बनाना, दूध, अगरबत्ती, दीपक की व्यवस्था , घटकों सुसज्जित करना, आवागमन के लिए लाइट की व्यवस्था रोड की ओर सफाई बजरंग दल के द्वारा भी सुबह-शाम पानी छिड़काव कर झाड़ू दिलाना या श्रद्धालुओं की आवश्यकता अनुसार सारी व्यवस्था कमेटी के लोग करते हैं और उनका उद्देश्य रहता है कि भगवान भास्कर की आराधना करने में छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो। और उनकी मनोकामना पूरा हो।
उन्होंने बताया कि घाट पर बाहर से कलाकार को बुलाकर जागरण की व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालु प्रात:काल से ही छठ घाट की ओर डाला के साथ रवाना हो गए। सूर्य की लालिमा देखते ही व्रती एवं श्रद्धालुओं के चेहरे पर प्रसन्नता झलकने लगी। इससे पूर्व व्रती तथा श्रद्धालु ने घंटों भगवान सूर्य के उगने का इंतजार जल में खड़े होकर किया। व्रती के जल से निकलने के बाद लोगों ने उनके पांव छुए। आशिष प्राप्त किया। इस दौरान व्रतियों ने पुरूषों को टीका लगाया तथा महिलाओं की मांग में सिंदूर दिया तथा उनके सुहाग की दीघार्यु होने की प्रार्थना की। अर्घ्य देने के बाद लोगों में प्रसाद प्राप्त करने की होड़ लग गई। लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। व्रती से आशीष लिया। छठ पूजा को लेकर चांदन कोल्हुआ छठ घाट में प्रशासन द्वारा पुख्ता व्यवस्था की गई थी। चांदन अस्पताल प्रभारी एके सिन्हा एएनएम डॉ भोलानाथ के साथ घाट पर एंबुलेंस के साथ मौजूद थे।
रिपोर्टर : राकेश कुमार बच्चू
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