अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं छोटे दुकानदार, डकैत नहीं :राजू भैया
बाराबंकी : जीएसटी टीमों के द्वारा जारी आकस्मिक छापों को लेकर छोटे दुकानदारों में भय की स्थिति है। वास्तव में तमाम दुकानदार ऐसे हैं जो जीएसटी की गहराई को पूरी तरह जानते ही नहीं है! ऐसे में जरूरी है कि सरकार छापों से पहले कस्बों व ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाकर दुकानदारों को जीएसटी के भय से आजाद करे ।उक्त बात सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कही है।
सामाजिक कार्यकर्ता राजू भैया ने कहा जीएसटी के मामले में यदि ग्रामीण व कस्बाई दुकानदारों की स्थिति को समझा जाए तो बहुत सी चीजें अव्यावहारिक हैं! उन्होंने कहा कि जीएसटी टीमों के छापे की वजह से आज बाजारों में भगदड़ मची हुई है ।जहां दुकानदार दुकानें बंद करके इधर-उधर हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तमाम अपनी जरूरतों का सामान लेने आने वाले ग्राहक व आमजन भी इस स्थिति से खासे परेशान हो रहे हैं ।
राजू भैया ने कहा कि परचून की दुकानों में तमाम समान आज भी दुकानदार किसानों से खरीद कर लाते हैं। कई ग्राहक 5 व दो रुपए ,10 रूपये का सामान खरीदते हैं। ऐसे में व्यवहारिक परेशानी सामने आती है। दुकानदार की पूंजी कम है और जीएसटी की व्यवस्था खर्चीली ज्यादा है। राजू भैया ने कहा कि तमाम दुकानदारों के सारे कागज ठीक हैं लेकिन फिर भी जीएसटी टीम को लेकर मन में कहीं न कहीं अविश्वास है कि वह कोई कमी निकाल ही देगी। सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया ने कहा कि मेरी प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार से अपील है कि वह जीएसटी को लेकर कस्बों व ग्रामीण इलाकों, छोटे शहरों में ग्राहक स्तर पर दुकानदारों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें । जिससे छोटे दुकानदार व अन्य व्यापारी जीएसटी वास्तव में है क्या इससे भलीभांति परिचित हो सके। इसके बाद छापे जैसी कार्यवाही की जाए ।उन्होंने कहा कि आज जीएसटी की छापे भले ही कर चोरी करने वाले कुछ तथाकथित व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बने हो। लेकिन एक आम दुकानदार अथवा फुटकर कारोबारी इससे परेशान हो रहा है। राजू भैया ने कहा कि व्यापारी और दुकानदार इस देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह बेरोजगारों को रोजगार देते हैं।यह ना तो अपराधी है और ना डकैत है। इसलिए उनके साथ अच्छा व्यवहार जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की हैं कि केंद्र व प्रदेश की सरकार एक बढ़िया जागरुकता कार्यक्रम नियोजित करें और फिर दुकानदारों एवं व्यापारियों खासकर छोटे शहरों कस्बों एवं ग्रामीण अंचल के दुकानदारों को जीएसटी के प्रति पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाए ।यदि ऐसा किया जाता है तो आने वाले दिनों में व्यापार जगत की स्थिति सुखद होगी। राजू भैया ने स्पष्ट कहा कि आज जो छापे चल रहे हैं वे छोटे दुकानदारों व्यापारियों में भय उत्पन्न किए हुए हैं। जबकि इस भय का खामियाजा आम ग्राहक, आम नागरिक व छोटा दुकानदार भुगत रहा है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
रिपोर्टर : हयातुर्रहमान
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