जिलाधिकारी ने रूधौली सीएचसी में 15 दिन के भीतर न्यू बार्न सिक यूनिट शुरू करने के लिए दिया निर्देश

बस्ती :  रूधौली, भानपुर सीएचसी में 15 दिन के भीतर न्यू बार्न सिक यूनिट (एनबीएसयू) शुरू करने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने अधिकारियों को निर्देशित किया है। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होने सभी बीडीओ को निर्देशित किया है कि एक स्वास्थ्य उपकेन्द्र को गोद लें। उन्होने ईओ को निर्देशित किया है कि बनकटी सीएचसी का 05 लाख रूपये से मरम्मत का कार्य कराये। 
उन्होने एफआरयू हर्रैया के बाद रूधौली में आपरेशन शुरू करने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होने निर्देश दिया है कि तीसरे एफआरयू भानुपर में इसी माह आपरेशन शुरू कराये। उन्होने कप्तानगंज सीएचसी में पुराने भवनों की नीलामी कराकर साफ-सफाई का निर्देश दिया है। उन्होने हर्रैया में नगरपंचायत द्वारा कायाकल्प का कार्य ना कराये जाने पर नाराजगी व्यक्त किया है। 
उन्होने निर्देश दिया है कि सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्डधारक मरीजो के इलाज की सुविधा बढाने का प्रयास करें। इससे चिकित्सा व्यवस्था में सुधार आयेगा तथा धन की प्राप्ति भी होगी। उन्होने निर्देश दिया कि सभी सीएचसी में अलग आयुष्मान वार्ड बनाया जाय, एक हेल्पडेस्क लगायी जाय, जहॉ आयुष्मान कार्डधारक के आने पर सहायता प्रदान की जा सकें। 
उन्होने कहा कि 954 पंचायत सहायको को आयुष्मान भारत का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए आईडी प्राप्त हो गयी है। इनको प्रेरित करके सभी छूटे हुए लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाया जाय। उन्होने कहा कि माह में सर्वाधिक गोल्डन कार्ड बनाने वाले 05 पंचायत सहायको को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में पुरस्कृत किया जायेंगा। 
उन्होने आशाओं के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव कराने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि पिछले 6 माह में निसक्रिय 101 आशाओं को हटाया गया है। इसके अलावा भी कुछ ग्राम पंचायते आशाविहीन है। 
परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होने सभी ग्राम पंचायतों में गर्भाधान से बचाव के लिए विभिन्न उपायों का दीवारलेखन कराया जाय। समीक्षा में उन्होने पाया कि 8 माह बीतने के बाद केवल 470 आपरेशन हुए है, जबकि लक्ष्य 2266 का है। उन्होने प्रत्येक तहसील में और जिला मुख्यालय पर 100-100 लाभार्थियों का मेगा आपरेशन कैम्प आयोजित करने का निर्देश दिया है। 
       विभिन्न अस्पतालों में अन्तरा का इंजेक्शन न लगाये जाने पर उन्होने नाराजगी व्यक्त किया। उन्होने कहा कि विभागीय निर्देशानुसार अन्तरा का पहला इंजेक्शन डाक्टर स्वयं लगायेंगे। अन्तरा का इंजेक्शन लगवाने के लिए लाभार्थियों का चयन एएनएम तथा आशा के माध्यम से कराया जाय। 
      सीएमओ डा. आर.पी. मिश्रा ने बताया कि इमरजेन्सी चिकित्सा सेवा केवल सीएचसी एवं जिला अस्पताल पर उपलब्ध होती है। मातृ मृत्यु समीक्षा हेतु सभी ब्लाक में टेªनिंग करा दी गयी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत ब्लाकवार प्रत्येक माह का रोस्टर जारी कर दिया गया है। 
      बैठक का संचालन मण्डलीय मैनेजर अरविन्द पाण्डेय ने किया। बैठक में सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति, एसीएमओ डा. ए.के. गुप्ता, डा. ए.के. कुशवाहॉ, मलेरिया अधिकारी आई.ए. अंसारी, एसडीएम शैलेश दुबे, गुलाब चन्द्र्र, जी.के. झा, बीएसए डा. इन्द्रजीत प्रजापति, डा. विनोद कुमार, सचिन चौरसिया, सावित्री देवी, प्रभारी चिकित्साधिकारीगण उपस्थित रहें।
रिपोर्टर  : .दीपक सोनी 

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