स्वच्छ जल-शुद्ध जल अभियान के तहत किया प्रशिक्षित

 बैतूल : घोड़ाडोंगरी लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग उप खंड शाहपुर एवं ग्राम जल स्वछता समिति ने स्वच्छ जल-शुद्ध जल अभियान के तहत तीन दिवसीय जल परीक्षण शिविर आयोजित कर घोड़ाडोंगरी ब्लॉक की 55 पंचायतों की आशा-ऊषा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया।शिविर में सभी ने जल के गुणधर्म को बारीकी से समझा एवं अपने पंचायत में उपलब्ध फटीके से जल नमूने की जांच कर ग्रामीणों को जागरूक करने का संकल्प लिया।

रसायनज्ञ प्रदीप उइके ने बताया जल को तीन स्तर से देखा समझा जाता है, देखकर, सुंध लेकर, पीकर एवं रासायनिक परीक्षण के लिए पीएच, गंदलापन, कठोर जल, फ्लोराइड, क्लोराइड, जीवाणु, टीडीएस अन्य परीक्षण कर जांच की जाता है। जल दूषित होने पर क्लोरिनेशन एक माध्यम है, अगर फ्लोराइड की मात्रा अधिक हो तो स्रोत बंद करना ही उचित होता है। फ्लोराइड से दात पीले पड़ना, हड्डी कमजोर होना जैसी घातक बीमारी उत्पन्न होती है। सब इंजीनियर विवेक रामटेके ने अवगत कराया जल परीक्षण सभी ने करवाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने किसी भी स्थान पर खुला बोर दिखने पर इसकी सूचना पंचायत को देने की बात कही, ताकि पंचायत के माध्यम से त्वरित बंद करने की कार्यवाही की जा सके।

जिला समन्वयक भूपेंद्र मेनवे ने सभी आशा-ऊषा आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता को नल-जल योजना को सुचारु रूप से चलाने के लिए समिति का सहयोग करने कहा।  प्रशिक्षण शिविर में सब इंजीनियर राजेश सक्सेना, जिला समन्वयक सुगनलाल मर्सकोले, ब्लॉक समन्वयक सीमा मसतकर, माधुरी सूर्यवंशी, ग्राम जल स्वछता समिति के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर : शैलेन्द्र गुप्ता

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.