राम विवाह का वर्णन किया गया चौथे दिन की कथा सुनकर झूमे श्रोता
शाहपुर : नगर के पतोवापुरा चौकी मोहल्ले में आश्रम के पास सात दिवसीय श्रीरामकथा के चौथे दिन शुक्रवार को पंडित गुरु साहब शर्मा सुहागपुर वालों ने राम विवाह से पूरे माहौल को राममय बना दिया। उन्होंने कहा कि इस जगत में भगवान श्रीराम जैसा दूसरा चरित्र नहीं है। प्रभु श्रीराम की कथा के श्रवण मात्र से ही जीवन के तमाम सांसारिक पाप नष्ट हो जाते हैं। इसलिए उन्हें पुरुषोत्तम राम कहा गया है।राम विवाह की सुंदर कथा का वाचन पंडित गुरु साहब शर्मा के द्वारा किया गया |उनके द्वारा रामकथा में दो वाटिकाओं के बारे में बताया गया| पहली वाटिका राजा जनक के यहां पर पुष्प वाटिका और रावण की लंका में अशोक वाटिका के बारे में बताया गया|उनके द्वारा राम विवाह के अंतर्गत पुष्प वाटिका में सीता जी राम भगवान से मिलती हैं |
उसके बाद धनुष भगवान श्री राम के द्वारा तोड़ा गया । इसके बाद मां सीता का स्वयंवर श्री राम के साथ बहुत धूमधाम के साथ हर्ष पूर्वक मनाया गया इस राम विवाह में ग्राम शाहपुर के नागरिकों के द्वारा मां सीता राम भगवान का रूप धारण करके इस कथा को मूल रूप दिया| राम कथा में यजमान के रूप में बैठे दुबे परिवार के बेटे उद्यान दुबे ने ऋषि विश्वामित्र का रूप धारण करके सीता स्वयंवर करवाया और अपने आप को बहुत ही धन्य भाग्य माना नगर के लोग सीता स्वयंवर देख बहुत ही आनंदित हुए। इस विवाह का भरपूर आनंद लिया| भक्तों के द्वारा कथा में जय-जय श्रीराम के गगनभेदी नारे लगाए गए |
भक्त राम अवतार वर्मा एवंउनकी पत्नी श्रीमती कांति वर्मा के द्वारा बताया गया, कि उनके मन में यह बहुत दिन से विचार था। कि अपने पतोवापुरा क्षेत्र में राम कथा होना चाहिए |उनके द्वारा महिलाओ से संपर्क करके राम जानकी सेवा समिति का गठन किया गया |और इस भव्य राम कथा का आयोजन महिला मंडली के द्वारा किया गया|
रिपोर्टर : शैलेंद्र गुप्ता
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