वैक्सीन के बेहतर प्रबंधन व रख रखाव को लेकर जिले के कोल्ड चेन हैण्डलर को दी गई ट्रेनिंग - नियमित टीकाकरण के लिए उपयोग की जानेवाली वैक्सीन के प्रबंधन में होती है कोल्ड चेन हैंडलर की महत्वपूर्ण भूमिका

सहरसा :- भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे ई-विन कार्यक्रम (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) के तहत जिले के कोल्ड चेन हैंडलर को वर्ष में एक बार विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इसी क्रम में जिले के कोल्ड चेन हैंडलर का  एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सदर अस्पताल स्थित पारा मेडिकल कॉलेज  में किया गया।

सदर अस्पताल परिसर में जिले के सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार  एवम् जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद की देख-रेख में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोल्ड चेन हैंडलर्स को वैक्सीन के रखरखाव, तापमान निगरानी, वैक्सीन स्टॉक, वैक्सीन वेस्टेज रोकने आदि की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ.  अवधेश कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद जहां वैक्सीन की बर्बादी में कमी आएगी, वहीं प्रबंधन की गड़बड़ी से किसी प्रखंड में टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित नहीं होने पाऐगा। उन्होंने में बताया कि इविन के उपयोग से जिले में किसी वैक्सीन की कोई कमी नहीं होती है जिससे टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से चलता रहता है।

यूएनडीपी के पदाधिकारियों ने दिया प्रशिक्षण -

प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूएनडीपी के भीसीसीएम मोहम्मद मुमताज खालिद ने कोल्ड चेन हैंडनर्स को बताया कि सभी कोल्ड चेन उपकरण आईएलआर, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर, आइस पैक, थर्मामीटर, आदि का उपयोग कैसे करना है। उन्होंने बताया कि जिले में  कुल 11 कोल्ड चेन पॉइंट है। वैक्सीन के रखरखाव व सही तापमान की निगरानी के लिए आईएलआर में टेंपरेचर लॉगर लगा है, जिनके जरिए ऑनलाइन तापमान की निगरानी की जाती है। ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से वैक्सीन के तापमान, स्टॉक, वेस्टेज आदि पर हर समय ऑनलाइन निगरानी की जा रही। इससे कोल्ड चेन मैनेजमेंट सहित अन्य जानकारियां भी आसानी से मिल रही हैं। यूएनडीपी के भीसीसीएम मोहम्मद मुमताज खालिद ने वैक्सीन से संबंधित रिपोर्टिंग आदि के बारे में बारीकी से बताया। कहा कि प्रतिदिन की ऑनलाइन रिपोर्टिंग पर ध्यान दें। सिस्टम में रहकर काम करने से टीकाकरण कार्यक्रम संचालित करने में सुविधा होगी।बताया कि वर्तमान समय में कोविड-19 एवम् नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को देखते हुए वेस्टेज कम किया जाना जरूरी है। इसके लिए सभी को नई तकनीकि से अपडेट होना होगा।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्द्येश वैक्सीन और कोल्ड चैन उपकरणों के रख रखाव पर बिस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया गया । इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर कुमार विवेकानंद ने टीकाकरण का महत्व और वैक्सीन के रख रखाव पर और eVIN द्वारा वैक्सीन खर्च को अद्यतन करने के बारे में सभी को बताया गया।

ऐसे काम करता है इविन -

कोल्ड चेन में टीके रखने के डीप फ्रीजर में थर्मामीटर लगाए हुए हैं। ऐसे में फ्रीजर के बंद या खराब होने पर इसकी जानकारी संबंधित स्टाफ के पास चली जाती है। फ्रिज का तापमान 2 से 8 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा जाने पर मोबाइल से मैसेज या अलार्म बजने लगता है। ऐसे में स्टाफ तुरंत जाकर टीके को देख लेता है एवम् उसे खराब होने से बचा लेता है। इविन से टीके के स्टॉक की जानकारियां भी आसानी से मिल जाती है ।

नियमित टीकाकरण एवम् कोविड वैक्सीन के रख रखाव व प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण जरूरी -

विदित को की जिले में नियमित टीकाकरण एवम् कोविड टीकाकरण के अंतर्गत कोल्ड चैन हैंडलर को एक दिवसीय प्रशिक्षण सदर अस्पताल परिसर में  सम्पन्न हुआ । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में   कुल 24 कोल्ड चेन हैंडलर ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के सिविल सर्जन डॉ.अवधेश कुमार , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.कुमार विवेकानंद डीपीएम विनय रंजन, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन  पदाधिकारी कंचन कुमारी,यूएनडीपी के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रियरंजन झा एवम् भीसीसीएम मोहम्मद मुमताज खालिद, यूनिसेफ एसएमसी  बंटेश नारायण मेहता एवं मजहरुल हसन, डब्लूएचओ के  एसएमओ डॉ मयंक शेरसिया,जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के कंप्यूटर असिस्टेंट दिनेश कुमार दिनकर तथा अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे |

 

 संवाददाता :- कबिंदर कुमार

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