बेतिया : जिले को पर्यटन हब बनाने की दिशा में तीव्र गति से करें कार्य: जिलाधिकारी।
महात्मा गाँधी, महात्मा बुद्ध, बेतिया राज से जुड़े ऐतिहासिक धरोहरों सहित मनमोहक एवं आकर्षक प्राकृतिक स्थलों को किया जायेगा विकसित। अमवा मन (झील) में एक बेहतरीन व्यू प्वाइंट, जेटी, हाउस बोट, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, म्यूजिकल लाइट फाउंटेन, लेजर गेटवे, कैनोपी वाॅक, माॅर्डन चिल्ड्रेन साइंस पार्क, शाॅप इम्पोरियम, ट्री हाउस, गजीबो, वाटर एडवेंचर स्पोट्र्स, जिप लाइन, एडवेंचर वाॅक, कैटवाॅक सहित माॅड्यूलर शौचालय, शुद्ध पेयजल, पार्किंग, टिकट काउंटर आदि की होगी व्यवस्था।
पर्यटन हब के साथ ही स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार। पर्यटन विभाग की टीम द्वारा शुरू किया गया सर्वें एवं स्थलीय निरीक्षण।
बेतिया : जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि जिले को पर्यटन हब बनाने की दिशा में कार्य योजना तैयार कर लगातार कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को तीव्र गति से करने की आवश्यकता है। पश्चिमी चम्पारण जिले में महात्मा गाँधी, महात्मा बुद्ध, बेतिया राज से जुड़े ऐतिहासिक धरोहरों सहित मनमोहक एवं आकर्षक प्राकृतिक स्थलों को पर्यटन के दृष्टिकोण से तीव्र गति से विकसित किया जाय। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में जिले को पर्यटन हब बनाने को लेकर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, अपर समाहर्ता, श्री नंदकिशोर साह, ओएसडी, श्री बैद्यनाथ प्रसाद सहित पर्यटन विभाग, बिहार के मुख्य अभियंता, कार्यपालक अभियंता, इवेंट मैनेजर, सलाहकार, कार्यपालक अभियंता, मनरेगा आदि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी द्वारा पर्यटन विभाग, बिहार से आयी टीम को निदेश दिया गया कि अविलंब वीटीआर, नंदनगढ़, सोफा मंदिर, भितिहरवा आश्रम, उदयपुर, अशोक स्तंभ, सरैयामन आदि जगहों का सर्वें तथा स्थलीय निरीक्षण करें ताकि ऐतिहासिक धरोहरों को शीघ्र विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले को पर्यटन हब के रूप में डेवलप करने की दिशा में सकारात्मक भावना के साथ संजीदगी के साथ कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त स्थलों को विकसित करने के साथ ही अमवा मन (झील) को टूरिस्ट स्पाॅट के रूप में डेवलप करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अमवा मन जिले के प्रवेश द्वारा पर अवस्थित एक बहुत ही खूबसूरत एवं मनोरम प्राकृतिक जलाशय है। अमवा मन की नैसर्गिक छटां अत्यंत ही निराली है। अमवा मन पहले मत्स्य उत्पादन के लिए प्रसिद्ध था लेकिन अब शीघ्र ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जायेगा। डेवलप होने के उपरांत अमवा मन टूरिस्ट स्पाॅट आगंतुकों को वेस्ट चम्पारण जिला में स्वागत करेगा।
उन्होंने कहा कि अमवा मन (झील) में एक बेहतरीन व्यू प्वाइंट, जेटी, हाउस बोट, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, म्यूजिकल लाइट फाउंटेन, लेजर गेटवे, कैनोपी वाॅक, माॅर्डन चिल्ड्रेन साइंस पार्क, शाॅप इम्पोरियम, ट्री हाउस, गजीबो, वाटर एडवेंचर स्पोट्र्स, जिप लाइन, एडवेंचर वाॅक, कैटवाॅक सहित माॅड्यूलर शौचालय, शुद्ध पेयजल, पार्किंग, टिकट काउंटर आदि की व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ की जाय।
उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। अमवा मन सहित विभिन्न स्थलों को डेवलप करने के उपरांत पर्यटन के विकास के साथ-साथ स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।
रिपोर्टर : रोहित कुमार दुबे
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