एमएसएमई को बढ़ावा के लिए बैंक करे सहयोग : सीएम नीतीश कुमार

पटना : सीएम नीतीश कुमार एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 76वीं बैठक में शामिल हुए,इस मौके पर उन्होंने कहा की बैठक में एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक, रिजर्व बैंक के महा प्रबंधक एवं प्रभारी, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक ने चर्चा के दौरान कई बातों की जानकारी दी है। सीएम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया जा रहा है,देश और बिहार में भी कोरोना संक्रमण दर में गिरावट आयी है।कोरोना संक्रमण के मामले में बिहार देश में 21 वें स्थान पर है जबकि आबादी के दृष्टिकोण से तीसरे स्थान पर, उन्होंने कहा कि हमलोग टीकाकरण के लिए तेजी से काम कर रहे हैं, पीएम को इसके लिए पर बधाई देता हूं कि सबका मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है।हमलोगों ने कल से टीकाकरण के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है,उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया,

जिस दौरान गरीब असहाय लोगों को भोजन का प्रबंध किया गया।विकास कार्यों के साथ-साथ अन्य योजनाओं में भी बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है, बिहार के विकास में बैंक अपनी सहभागिता और बढ़ायें। सीएमने कहा कि वर्ष 2020-21 में राज्य का क्रेडिट डिपॉजिट रेशियो 46.40 प्रतिशत रहा है,जबकि देश का 76.5 प्रतिशत रहा है,इस मामले में लक्ष्य से हमलोग काफी पीछे हैं,राष्ट्रीय स्तर तक सीडी रेशियो लक्ष्य लाने की कोशिश करें।कुछ राज्य ऐसे हैं जिसका सीडी रेशियो 100 प्रतिशत से ऊपर है,बिहार के कई जिलों में लक्ष्य से काफी कम सीडी रेशियो है,राजधानी पटना जो काफी एक्टिविटी वाला जिला है जिसका सीडी रेशियो 39.22 प्रतिशत है। सीएम ने कहा कि  एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग) के क्षेत्र में बिहार में काफी संभावनाएं हैं,सरकार में आने से पहले राज्य में पुलों, सड़कों, संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों की क्या स्थिति थी, यह सभी जानते हैं,जब से काम करने का मौका मिला है,

विकास के कई कार्य किए गए हैं|राज्य में उद्योग की प्रगति नहीं हुई जैसा हमलोग चाहते हैं, लेकिन राज्य में व्यापार बढ़ा है,उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए आपके सहयोग की जरुरत है।अगले वर्ष के एसीपी में एमएसएमई के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है, मेरा निवेदन है कि इसे पूरा करें। सीएम ने कहा कि बिहार में 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है,इससे 1 करोड़ 27 लाख परिवार जुड़ चुके हैं, जीविका समूहों की बैंकों द्वारा मदद की जरुरत है।उन्होंने कहा कि 5 हजार की आबादी पर बैंकों की शाखा खोलने की आपलोगों की योजना पूरी नहीं हो पा रही है,हम शुरु से कहते आ रहे हैं कि हरेक ग्राम पंचायतों में बैंकों की एक शाखा खोली जाए| हमारे यहां औसत ग्राम पंचायत की आबादी 11 हजार है जबकि यहां 16 हजार की आबादी पर बैंकों की शाखा है।हमलोग बैंकों की शाखा के लिए पंचायत सरकार भवन में जगह देने को तैयार हैं,उन्होंने कहा कि आपलोगों की सुरक्षा के लिए हमलोग हमेशा चिंतित रहते हैं, बैंकों की सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रहेगी।

उन्होंने कहा कि बैंकों के अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव, डीजीपी के स्तर पर एक बैठक आयोजित की जाये जिसमें सुरक्षा संबंधी सुझावों पर गौर कर आगे की कार्रवाई हो। सीएम ने कहा कि इस तरह की बैठक का जो आयोजन किया जाता है उसमें सिर्फ बातचीत ही न हो बल्कि जो लक्ष्य निर्धारित किये जाते हैं उस पर गंभीरता से अमल हो|बैंकों की शाखा खुलेगी, बैंकों का विस्तार होगा तो न सिर्फ राज्य और देश का विकास होगा बल्कि बैंकों का भी विकास होगा।कार्यक्रम को उप सीएम तारकिशोर प्रसाद, मुख्य महाप्रबंधक एसबीआई सुरेंद्र कुमार राणा, महाप्रबंधक एवं प्रभारी भारतीय रिजर्व बैंक बृजराज, मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड डॉ. सुनील कुमार ने भी संबोधित किया|कार्यक्रम में सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार-चंचल कुमार, सीएम के सचिव अनुपम कुमार एवं सीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे।

रिपोर्टर: गोपाल प्रसाद सिन्हा

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