बिहार : दरभंगा "बाल अधिकार सप्ताह" के अवसर पर बच्चों ने बनाई रंगोली।
बिहार : राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, जमालपुर, किरतपुर, दरभंगा। यूनिसेफ संपोषित "मिशन सुरक्षाग्रह _ कोरोना पर हल्ला बोल" कार्यक्रम के तहत बिहार सेवा समिति के सहयोग से विद्यालय में "बाल अधिकार सप्ताह" के अवसर पर बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर पर सबसे पहले प्रोजेक्ट टीम लीडर श्याम कुमार सिंह ने विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को बाल अधिकारों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपने देश में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है पर पूरे विश्व में 20 नवंबर को बाल अधिकार दिवस मनाया जाता है। सन 1989 में इसी तिथि को बच्चों के अधिकारों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में बाल अधिकार घोषणापत्र पर सदस्य देशों ने अपने हस्ताक्षर किए और संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित किया और 1990 में लागू किया। यह घोषणापत्र या समझौता बच्चों के अधिकारों पर पहला कानूनी रूप से मान्य और विश्वव्यापी समझौता है जिसमें 54 अनुच्छेद हैं। उन्होंने अपने लगभग 40 मिनट के सत्र में बच्चों के चार मुख्य अधिकारों 1. जीवन का अधिकार, 2. विकास का अधिकार, 3. भागीदारी का अधिकार और 4. संरक्षण का अधिकार पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उसके बाद बच्चों द्वारा रंगोली बनाई गई, हाथों को नीले रंग में रंगना, नीले रंग का गुब्बारा फूलना और हवा में लहराना जैसे कार्यक्रम किए गए। ज्ञात हो कि नीला रंग थीम कलर है संयुक्त राष्ट्र का जो शांति और व्यापकता का प्रतीक है। अपने अधिकारों को बच्चों ने अपने साथियों के साथ नीले रंग के गुब्बारे से विद्यालय को सजाकर भी व्यक्त किया और मनाया। प्रभारी प्रधानाध्यापक आफताब अहमद ने इसे एक उत्सव की तरह मनाने में बच्चों को पूरा सहयोग देने का वादा किया। विद्यालय शिक्षकों के अलावे प्रखण्ड समन्वयक रास मोहन जी, सुरक्षा प्रहरी पिंकी, खुशबू कुमारी और राम प्रवेश साहू ने बच्चों का सहयोग किया।
रिपोर्टर- राहुल कुमार सिंह
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