दरभंगा बाल दिवस के अवसर पर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया

बिहार :    शिक्षा भवन, करमगंज, दरभंगा। दिनांक 14.11.2022, बाल दिवस के अवसर पर बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप / यूनिसेफ दरभंगा समन्वयन एवं घोघरडीहा प्रखण्ड स्वराज्य विकास संघ (जीपीएसव्हीएस) के अयोजकत्व में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं का  प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। "बाल एवं महिला केंद्रित आपदा जोखिम न्यूनीकरण" विषय पर आयोजित इस कार्यशाला का सामूहिक उद्घाटन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा दरभंगा श्री नवीन ठाकुर, मीडिया प्रभारी श्री ज्ञानप्रकाश जी, जीपीएसवीएस के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार सिंह, बीआईएजी दरभंगा जिला समन्वयक श्री श्याम कुमार सिंह, महिला संरक्षण पदाधिकारी श्रीमती अजमतुन निशा, चाइल्डलाईन दरभंगा समन्वयक श्रीमती आराधना, शिक्षिका श्रीमती सृष्टि मुखर्जी, छात्रा सिमरन, छात्र रेहान आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया। 

कार्यशाला में बी आई ए जी और जी पी एस वी एस द्वारा पावर प्वॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण में बच्चों एवं महिलाओं की भूमिका के महत्व को बताया गया। डीपीओ समग्र शिक्षा ने बताया कि मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम इस दिशा में एक बड़ा प्रयास है जो पूरे प्रदेश में एक ऐसी पीढ़ी तैयार कर रहा है जो विभिन्न प्रकार की आपदाओं का सामना करने में समर्थ होगी और जिले में इस दिशा में गंभीरता पूर्वक प्रयास हो रहा है। इसमें बी आई ए जी/ यूनिसेफ और अन्य संस्थाओं का बड़ा योगदान है। श्री श्याम कुमार ने बताया कि हमारे सारे प्रयास इस प्रकार होने चाहिए "ताकि मुस्कुराता रहे बचपन"। ज्ञान प्रकाश जी ने बाल चैंपियन के प्रशिक्षण में एजेंसियों से सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने बताया कि 2019 में यूनिसेफ एवं एस एस ए दरभंगा के प्रयास से आयोजित इस प्रशिक्षण का उल्लेखनीय लाभ आज भी दिख रहा है। इस तरह के प्रशिक्षण लगातार होते रहने चाहिए। श्री रमेश जी ने इस आयोजन को नॉलेज एक्सचेंज प्लेटफार्म बताया और लगातार अपने सहयोग प्रदान करने की प्रतिबद्धता प्रकट की। सभी संस्था प्रतिनिधियों ने भी अपने अपने अनुभव साझा किए। छोटे बच्चों के हाथ में स्कूटी और बाईक होने से सड़क दुर्घटनाओं और उनसे होनेवाली मौत पर कमरे आलम जी ने अपनी चिंता जताई। मिथिलेश जी समस्तीपुर ने तटबंधों की बढ़ती ऊंचाई से होनेवाले गंभीर परिणाम की ओर ध्यान आकृष्ट किया तो वहीं शोभा कुमारी ने बच्चों में बढ़ती नशे की लत पर चिंता जताई। इस "संवाद" कार्यक्रम में "नदी संवाद यात्रा" भी आयोजित करने का निर्णय लिया गया। दूसरा सत्र जिला स्तरीय समन्वयन की मानक संचालन प्रक्रिया पर केंद्रित रहा जिसमें संस्था प्रतिनिधियों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिसमें इसे दो भागों में बनाने की बात की गई, एक सामान्य दिनों में समन्वय इकाई क्या कार्य और कैसे करेगी वैसे ही आपदा पूर्व, दौरान और उपरान्त क्या कार्य और कैसे करेगी। जिला समन्वयक बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप को इसका एक ड्राफ्ट तैयार कर प्रस्तुत करने की जिम्मेवारी दी गई। सामान्य दिनों के लिए विभिन्न जोखिमों के न्यूनीकरण हेतु व्यापक जन जागरुकता और प्रशिक्षणों के आयोजन की बात की गई वहीं आपदा पूर्व तैयारी, प्रत्युत्तर कार्ययोजना और पुनर्स्थापन कार्यों को मानक संचालन प्रक्रिया में शामिल करने के सुझाव दिए गए।
रिपोर्टर :  राहुल कुमार सिंह

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