बंगाल के लोगों को पेंटिंग कर रही है आकर्षित

समस्तीपुर : मिथिला पेंटिंग जैसी कला सीखने के लिए 60 दिनों में कुछ नहीं होता फिर भी औसेफा की लड़कियों ने अच्छा प्रयास किया है उक्त बातें नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता की मुख्य महाप्रबंधक उषा रमेश ने स्टाल का निरीक्षण करने के दौरान कही। अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन की प्रशिक्षित कलाकार प्रेरणा कुमारी एवं निशा कुमारी गोंद ने मिथिला पेंटिंग युक्त नाबार्ड का लोगों देकर उन्हें सम्मानित किया।

नाबार्ड की ओर से न्यू टाउन मेला ग्राउंड कोलकाता में 1 से 7 दिसंबर तक हस्त शिल्पोत्सव मेले का आयोजन किया गया है। बिहार समेत विभिन्न राज्यों से कलाकार हाथ से बने अपने-अपने उत्पाद लेकर वहां गए हैं। मेले में समस्तीपुर के अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन द्वारा मिथिला लोक चित्रकला का स्टॉल लगाया गया है। नाबार्ड के ग्राम्य विकास निधि योजनान्तर्गत संस्था की ओर से प्रशिक्षित प्रतिभागियों  द्वारा बनाई गई मिथिला पेंटिंग युक्त सिल्क की साड़ी, सूट, दुपट्टा, बेडशीट, तकिया कवर, हैंड बैग, चादर, पाग, थैला, गुल्लक, पेंटिंग इत्यादि काफी पसंद किया जा रहा है।

बंगाल के लोगों को बिहार के समस्तीपुर की मिथिला पेंटिंग आकर्षित कर रही है।प्रशिक्षण प्राप्त कलाकार प्रेरणा कुमारी एवं निशा कुमारी गोंद द्वारा मिथिला पेंटिंग एवं अन्य सामग्री पर हाथ की कारीगरी के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है।

नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता के उप महाप्रबंधक शांतनु भट्टाचार्य के सेवानिवृत्त होने के अवसर पर औसेफा के निदेशक देव कुमार ने मिथिला पेंटिंग युक्त पाग, चादर एवं पेंटिंग से सम्मानित कर विदाई दी गई। बतादें कि वे समस्तीपुर में ई. 2011 से 2017 तक के कार्यकाल में डीडीएम के पद पर कार्यरत थे।

रिपोर्टर : गौतम कुमार सिंह

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