समाजवाद में गठबंधन की प्रकृति ठीक उसी प्रकार की होती है, जैसे विवाह की होती है

 बुलंदशहर :- समाजवाद में गठबंधन की प्रकृति ठीक उसी प्रकार की होती है, जैसे विवाह की होती है और जिस तरह विवाह के बाद दोनों एक दूसरे की कमी पूरी करते हैं। और अपने अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी सम्भाल लेते है। उसी तरह गठबंधन के सभी दलो को सम्भालना चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने मेरी अधिकतम अनुसार अभी तक 12 दलों से गठबंधन किया है। इन सभी का प्रभाव विशेष छेत्रों में है।

यह बात सही है की इससे पूर्व अखिलेश यादव जी ने बड़े दलों से गठबंधन किए लेकिन उनका वोट समाजवादी पार्टी के पक्ष में ट्रांसफ़र नही हुआ। जिसके कारण सफलता सिमटती गई। वोट कैसे ट्रांसफ़र हो यह बड़ी बात है। यह बड़ी समस्या है।

उसका एक ही उपाय है की सभी दल गठबंधन धर्म निभायें और सभी लोग एक साथ निकलें और जनता के बीच जायें। और सामूहिक बात करें। सबसे पहले तो यह कहें कि सब साथ हैं। हमारे में से जिस दल को टिकट मिले। आपको उसी पक्ष में मतदान करना है। यह प्रक्रिया आज से शुरू होकर मतदान के दिन तक चलना चाहिए, तभी सफलता मिलेगी..आदिल जलीस'' समाजवादी पार्टी।
 

रिपोर्टर :- नितिन सिंह

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