CORONA UPDATE: होली के बीच कोरोना का कहर, 50,000 से ज़्यादा आए केसेस से हडकंप....
क्या फुल लॉकडाउन वापस आएगा? देश में कोरोनोवायरस के मामलों में लगातार वृद्धि के बीच भारत इस सवाल से जूझ रहा है, जबकि केंद्र ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी राष्ट्रीय लॉकडाउन नहीं होगा, राज्यों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर उपाय करने के लिए कहा गया है.
इस चिंता का कारण यह है कि यह वायरस 2.0 प्रकृति में कहीं अधिक संक्रामक और घातक है, त्योहारों और चुनावी रैलियों में कोविड प्रोटोकॉल का मजाक उड़ाने वालों की भारी भीड़ के साथ, अधिकारियों को इस बात पर चकित किया जाता है कि कोरोना अभी ख़त्म नहीं हुआ है, in सब के बीच भी अभी किसी राज्य में फुल lockdown की घोषणा नहीं की गयी है.
होली त्यौहार के कहर के बीच बीते 24 घंटों की बात की जाए तो 56,211 fresh corona cases सामने आये हैं.
CORONA UPDATE
बीते पांच महीनों में सोमवार को कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, कोरोना को लेकर महाराष्ट्र की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, यहां रोजाना कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य अधिकारियों और कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक की है.
बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने निर्देश दिए हैं कि अगर लोग कोविड से संबंधित नियमों का उल्लंघन करना जारी रखते हैं तो लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों के लिए तैयार रहें, वहीं, इसके पहले एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा था कि हम लॉकडाउन नहीं लगा सकते, हमने मुख्यमंत्री से अन्य विकल्पों पर विचार करने को कहा है। बढ़ते मामलों के कारण उन्होंने प्रशासन को लॉकडाउन के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं लेकिन अगर लोग नियमों का पालन करें तो इससे बचा जा सकता है.
बता दें, कर्नाटक में अगले 15 दिनों तक विरोध-प्रदर्शन या रैलियां करने पर बैन लगा दिया गया है. सीएम बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया.
कर्नाटक सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि राज्य में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद सरकार की ओर से कहा गया कि आज (सोमवार) से लेकर 15 दिनों तक राज्य में किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी. कोरोना के खतरे को देखते हुए किसी भी तरह की पार्टी या फंक्शन करने की भी इजाजत नहीं होगी. मास्क न पहनने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. कर्नाटक सरकार ने कहा कि राज्य में चुनावी रैलियों की संख्याओं को भी कम करने की जरूरत है.
अगर मैरिज हॉल मालिक नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें दंडित किया जाएगा और 6 महीने के लिए जेल की सजा होगी. किसी भी सूरत में भीड़ को इकट्ठा नहीं करना है. राज्य में कोरोना के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
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