भारत में बढ़ा कोरोना का कहर, 72,000 से भी ज्यादा केसेस और कितनों की हुई मौत ?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में कोविड -19 के 72,330 नये मामले आए हैं जो की एक बड़ी चिंता का सबब है.यह देश में लगभग छह महीनों में देखा गया अब तक का साल 2021 का सबसे बड़ा उछाल है.आपको बता दें की पिछले साल 10 अक्टूबर को लगभग 74,000 मामले सामने आए थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पांच राज्यों - महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, पंजाब और छत्तीसगढ़ में देश में कुल कोविड -19 के 79% केसेस हैं.इनमें से महाराष्ट्र का सबसे बड़ा योगदान है, जानकारी के लिए बता दें की राज्य ने बुधवार को 39,544 ताजा कोरोनावायरस संक्रमणों की सूचना दी, जिससे महाराष्ट्र में चिंता का माहोल है.देश में मृत्यु दर 1,62,927 हो गई है, बुधवार की तुलना में, जब संख्या 354 पर थी, तब भाग्य की गिनती में बड़ी उछाल देखी गई.इसी अवधि में 40,382 लोग बीमारी से ठीक भी हुए हैं, देश में कुल रिकवरी रेट की संख्या अब 1,14,74,683 है....
covid update
Vaccinations in India : देश ने अब तक 6,51,17,896 एंटी-कोविद शॉट्स प्रशासित किए हैं, भारत में इनोक्यूलेशन ड्राइव को 16 जनवरी को रोलआउट किया गया था, जिसमें 2 फरवरी को शुरू होने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण और टीकाकरण हो रहा था.
कोविड -19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च यानी की आज है और ये उन लोगों के लिए शुरू हुआ जो 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं , देश में टीकाकरण अभियान का विस्तार गुरुवार को किया गया था जिसमें 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी को शामिल किया गया था.
ड्राइव को विस्तारित करने से पहले, केंद्र ने बुधवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे कम वैक्सीन-कवरेज पॉकेट की पहचान करें, विशेष रूप से नए संक्रमणों में वृद्धि की रिपोर्ट करने वाले जिलों में, और सुधारात्मक कार्रवाई करें...
Delhi Corona Cases: दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया की मानें तो देश की राजधानी में कोरोना की नई लहर मुख्य रूप से युवाओं को चपेट में ले रही है, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अब भी सतर्क नहीं हुए तो खतरा बुजुर्गों तक पहुंच सकता है और तब दिल्ली की हालत ज्यादा खराब हो जाएगी.
मीडिया के हवाले से खबर मिली है कि अभी दिल्ली के कोरोना पीड़ित ज्यादातर युवाओं में कोविड-19 महामारी के सामान्य लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं, लेकिन इसका दायरा बढ़ा तो गंभीर लक्षणों के साथ बुजुर्गों को संक्रमण हो सकता है.रिपोर्ट के मुताबिक, एम्स डायरेक्टर ने फिर से लॉकडाउन लगाने की बजाय छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने को कोरोना के खिलाफ ज्यादा कारगर रणनीति बताई है.
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