वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर हो रही है ठगी , ऐसे बचे

भारत में साइबर ठगी बहुत तेजी से बढ़ रही है. और कोरोना काल मे साइबर ठग इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं . साइबर ठगी करने वाले लोग अक्सर किसी ना किसी साइट की फेक साइट बनाकर ऐसा काम करते हैं ..फेक साइट ...ऑरिजनल साइट से इतनी मिलती जुलती है कि कोई भी साइट में अंतर नहीं पहचान पाता है और फेट साइट को यूज करके ठगी का शिकार हो जाता है . देश में इस समय कोरोना को लेकर अफरी तफरी का माहौल है ..लोग कोरोना के बचने के लिए वैक्सीन लगवाने की होड़ में शामिल हैं और इस बार इसी का फायदा उठाया है साइबर ठगों ने . सरकार ने वैक्सीनेशन को आसान बनाने के लिए कुछ साइट्स डेवलप की हैं जैसे कोविन और आरोग्य सेतु . देश का कोई भी नागरिक कोविन या आरोग्य सेतु ऐप या वेबसाइट पर जाकर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है. और वैक्सीन का स्लॉट आसानी से बुक कर सकता है . इन दोनों साइट्स के अलावा साइबर ठगों ने इनसे मिलती जुलती साइट्स बना रखी है जिससे ना केवल लोगों को ठगा जा रहा है बल्कि उनकी निजी जानकारियां भी चुराई जा रही है .ऐसे में अगर आप भी वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन और स्लॉट ढूंढने मे व्यस्त हैं तो ये ध्यान रखे की कहीं आप फर्जी साइट्स के चक्कर में ना पड़ जाएं नहीं तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है .  इसीलिए आज हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान तरीके जिनसे आप किसी भी वेबसाइट के फेक या रियल होने का पता लगा सकते हैं.. साथ ही हम आपको कुछ ऐसे फेक ऐप और वेबसाइट के नाम भी बता रहे हैं, जिनके माध्यम से वैक्सीनेशन के नाम पर ठगी की जा रही है.

  • सबसे पहले तो आपको url देखना है http// है या https//..... यदि https है तो वेवसाइट सही हैं .

 

 

  • goverment वेबसाइट में. gov.in/ होता है, जैसे- www.uidai.gov.in और school exams के वेबसाइट में cgbse.nic.in होता है. इस प्रकार के डोमेन नाम को कोई भी नहीं खरीद सकता क्योंकी यह गवर्मेंट के लिए बनाई गयी है

 

  • आप उस वेबसाइट का terms n condition , privacy policy, emai ld , contact number, helpline Number, fax number   ये सभी चीजें चेक करें ये यदि नहीं है तो वह फेक है। यह सब असली वेबसाइट में होती हैं इससे आप आसानी से पता लगा सकते  हैं ।

 

  • कंपनी की वेबसाइट का डोमेन कब बना है और असल में यह साइट कब से चल रही है इसे जानने के लिए toolsvoid.com पर जा सकते हैं. यहां लेफ्ट साइड में MORE TOOLS के नीचे Host who is looking पर क्लिक करें.कंपनी कितनी पुरानी है और कब तक यूआरएल वैलिड है सब कुछ यहां पर पता चल जाएगा.

 

  • आप गूगल पे सर्च कर सकते हैं url को कॉपी paste  करके पता लगा सकते हैं। की वह वेबसाइट गूगल पे है या नहीं और है. तो उसकी कितनी लिंक है। यदि 5 से जादा लिंक नहीं है तो वह फर्जी वेबसाइट .

 

  • आप जिस वेबसाइट के बारे में जानना चाहते हैं की वह किस तारिक में बना है और उसका domain कौन से वेबसाइट से रजिस्टर किया गया है ये सब आप whoistools.com पे जा के आप जिस वेबसाइट के बारे में जानना चाहते हैं. उसका url कॉपी करके वहाँ paste कर दे आप को बता देगा की वह वेबसाइट कब बना है.और भी  बहुत सारी जानकारी आपको देखने को मिलेगा उस वेबसाइट से related ...

 

फर्जी ऐप

  • 'Covid-19.apk'
  • Vaci_Regis.apk
  • 'MyVaccin_v2.apk'
  • Cov-Regis.apk.
  • Vccin-Apply.apk

 

फर्जी कोविन वेबसाइट

  • https://app.preprod.co-vin.in/login
  • selfregistration.preprod.co-vin.in
  • 'https://selfregistration.sit.co-vin.in'
  • http://tiny.cc/COVID-VACCINE

इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के अनुसार अगर आपको रजिस्ट्रेशन के लिए एंड्रॉयड फोन पर एपीके फाइल डाउनलोड करने का कोई भी मैसेज आए तो ऐसा न करें। ये एक फेक या नुकसान पहुंचाने वाला 'मैलवेयर' हो सकता है। ऐसा करने पर साइबर अटैकर्स आपके मोबाइल के डेटा तक पहुंच सकते हैं.

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