आज है हरियाली तीज ,जानें शुभ मुहूर्त एवं नियम व व्रत विधि

सावन मास में पड़ने वाली हरियाली तीज का विशेष महत्व है.हरियाली तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के प्रमुख व्रतों में से एक माना जाता है इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजन करती हैं. आइये जानते है हरियाली तीज से जुड़ी पूरी जानकारी...

हरियाली तीज को श्रावणी तीज भी कहते हैं. हिंदी पंचांग के अनुसार, हरियाली तीज का व्रत हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. हरियाली तीज का व्रत विधि-विधान से नियम पूर्वक करना चाहिए, तभी इस व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है. इस व्रत की पूजा में शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

हरियाली तीज के नियम

सुहागिन महिलाओं को चाहिए कि वे हरियाली तीज के व्रत को करने के दौरान इन नियमों का पालन जरूर करें. ताकि उन्हें इस व्रत का पूरा-पूरा लाभ मिले. आइए जानें इन नियमों को.

  1.     हरियाली तीज का व्रत करने वाली महिलाओं को चाहिए कि इस दौरान वे किसी पर क्रोध न करें.
  2.     व्रत के दौरान व्रती को लालच नहीं करना चाहिए क्योंकि हरियाली तीज का व्रत बहुत ही फलदायी माना जाता है.
  3.     व्रत के दौरान किसी का अपमान न करें. इससे भगवान शिव और माता पार्वती नाराज हो होते हैं.
  4.     हरियाली तीज व्रत के दौरान लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए.
  5.     हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, हरियाली तीज व्रत में दूध का सेवन वर्जित माना गया है.
  6.     व्रत के दौरान व्रती को दूसरों के प्रति अपने मन में नकारात्मक विचार न लाएं.
  7.     हरियाली तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है अर्थात इस व्रत में पूरे दिन जल नहीं ग्रहण करना चाहिए.
  8.     व्रत के दौरान व्रती सोना नहीं चाहिए. उन्हें भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करते हुए मन्त्रों का जाप करना चाहिए.

 

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