श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि
सावन माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस एकादशी को पवित्रा एकादशी, श्रावण पुत्रदा एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन व्रत रखने से संतान सुख की प्राप्ति होती है.
ये एकादशी पुत्र प्राप्ति के लिए की जाती है. इस व्रत के नियमों का सही तरीके से पालन किया जाए, तो व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है. साल में दो बार पुत्रदा एकादशी आती है, एक पौष माह में और दूसरी श्रावण माह में.
पूजा का शुभ मुहूर्त
हिन्दी पंचांग के अनुसार, सावन पुत्रदा एकादशी व्रत सावन मास के शुक्ल की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस साल सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 18 अगस्त को रखा जाएगा. एकादशी तिथि 18 अगस्त को प्रात: 03:20 बजे प्रारंभ होगी और इसी तारीख को देर रात 01:05 बजे समाप्त होगी.
मंत्र
धार्मिक मान्यता है कि सावन पुत्रदा एकादशी व्रत रखकर भगवान विष्णु की विधि-पूर्वक पूजा करें और नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें. इससे संतान की प्राप्ति होगी.
ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
पुत्रदा एकादशी व्रत पारण का समय
सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 18 अगस्त को रखा जायेगा. इस व्रत का पारण अगले दिन यानी 19 अगस्त को प्रात: 06:32 बजे से प्रात: 08:29 बजे के बीच किया जाएगा. ध्यान रहे पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण करने के बाद ही व्रत को पूरा माना जाता है.
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