सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 10 लाख अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर

गाजीपुर। केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के लिए संसद के मौजूदा सत्र मे बैंक राष्ट्रीय करण कानून मे संसोधन हेतू प्रस्ताव लेकर आ रही है। जिसके मुताबिक सरकार दो बैंकों में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है। बैंक को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। सरकार के इस कदम के विरोध में यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आवाहन पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारी 16 व 17 दिसंबर् को दो दिवसीय हड़ताल पर है। जनपद के यूनियन बैंक आफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय पर  अधिकारीयों और कर्मचारियों की यूनियनों ने प्रदर्शन किया तथा सरकार से निजी करण की घोषणा को वापस लेने की मांग की। हड़ताल के दौरान विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की 300 से ज्यादा शाखाओं में ताले लटके रहे तथा 200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ। अधिकतर ए टी एम मे भी नगदी खत्म हो गयी है। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए यूनियन बैंक स्टाफ एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रांतीय सहायक महामंत्री संतोष कुमार यादव ने सरकार से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजी करण के प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने की मांग की। कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, इनके निजी करण से देश का आर्थिक और सामरिक ढांचा चरमरा जाएगा तथा अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने आम जनमानस की आशाओं एवं अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य किया है तथा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी बैंकिंग सुविधाओं को मुहैया कराया है। इनके निजी करण से बैंकिंग सेवाएं आम जनमानस के पहुंच से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने प्रस्तावित बैंक राष्ट्रीय करण कानून मे संसोधन प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने की मांग की। अधिकारी संघ के सचिव सत्यम ने निजी करण को आम जन मानस के खिलाफ बताया तथा प्रस्तावित संसोधन को तत्काल प्रभाव से वापस लेने को कहा।

जिलामंत्री कमलेश सिंह ने कहा कि आज के समय मे सरकार कारपरेट्रो की कठपुतली बन के रह गई है। इस मौके पर विनय कुमार, सुजीत कुमार,प्रयाग कुशवाहा,तैयर आजम, तौकीर खान, हृदय शंकर राय, कृष्णदेव सिंह, अशोक सिंह, राजकपूर, अंकित, कैलाश रावत, रामअवध, सुभाष राय, जितेंद्र ,राहुल, अविनाश, अरुण, साकेत, अभिनव, सत्येन्द्र कुशवाह, पप्पू, शैलेन्द्र, जितेंद्र, अनुराग, मोहम्मद तसव्वर, सत्यम, हरिद्वार यादव, दिनेश यादव, जितेंद्र शर्मा, राजीव शास्त्री, राजेश यादव, उदयवीर यादव, अशोक यादव, रवि यादव, शिव शंकर यादव, मनीष प्रताप, विकाश श्रीवास्तव, गरिमा, मनीषा, आलोक, तेज, राकेश सिंह, अमित गुप्ता, अभिषेक आनंद, राजेश, राजीव, हीरा प्रसाद, राज नारायण यादव, समेत सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया।

रिपोर्टर:   इकरामुल हक

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