मनकापुर पुलिस पर लगे आरोप ,पीड़ितों के विरुद्ध दर्ज किया एफआईआर।

मनकापुर पुलिस पर लगे आरोप ,पीड़ितों के विरुद्ध दर्ज किया एफआईआर।

दबंग शिक्षा मित्र ने नाबालिग छात्र की छीनी सायकिल, मांगने पर मां बेटे से की थी हाथापाई।

गोण्डा: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की प्रदेश की पुलिसिंग सुधारने के क्रम में पुलिस अधीक्षक द्वारा जनपद की पुलिसिया व्यवस्था सुधारने हेतु किये जा रहे प्रयासों की मनकापुर पुलिस किस तरह धज्जियां उड़ा रही है ,जिसकी बानगी भर है यह मामला।जहाँ एक सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र द्वारा अपना राशन मांगने पर विद्यालय के  दबंग शिक्षा मित्र ने अभद्रता की जिस पर विरोध जताने पर छात्र की सायकिल जबरन छीन ली।जब इसकी जानकारी उसकी माँ को हुई तो वह शिकायत लेकर विद्यालय पहुँची इस पर शिक्षक द्वारा गाली गलौच की गयी जब महिला ने जवाब में गाली दी तो दबंग शिक्षक शिक्षकों की गरिमा तार-तार करते हुये।

महिला से गुत्थमगुत्था हो गया

व उल्टा स्थानीय पुलिस से मिलीभगत कर पीड़ित महिला व उसके परिजनों पर एफ आई आर दर्ज करवा दिया।वहीं पीड़िता मित्र पुलिस को अपनी पीड़ा सुनाती रही पर मित्र पुलिस उसे गुमराह करती रही।दिलचस्प यह है कि,यह सारी घटना विद्यालय इंचार्ज के सामने घटित हुई।

मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के दतौली चौकी स्थित देवरिया गाँव निवासी पीड़िता ललिता देवी के मुताबिक बीते 21 जनवरी को कक्षा आठ में पढ़ने वाला उसका 12 वर्षीय पुत्र अतुल मुरली देवरिया स्थित अपने विद्यालय में अपना राशन लेने गया था,जिसे वहाँ मौजूद दबंग  शिक्षा मित्र अजय उपाध्याय ने कहा तेरा नाम कट गया है तुझे कुछ नहीं मिलेगा।यह सुनकर छात्र ने कहा मेरा नाम कौन काट सकता है ,इस पर आग बबूला होते हुये उसने छात्र को पीट दिया व उसकी सायकिल जबरन अपने पास रख लिया।इसकी जानकारी जब उसने

अपनी माँ को बताई तो वह इसकी शिकायत ले कर विद्यालय गई, जिसपर शिक्षा मित्र से उसकी सायकिल न देने व उसको पीटने को लेकर  बहस हो गई। इस पर गुस्से में आकर शिक्षा मित्र ने शिक्षक की मर्यादा तार-तार कर उससे गुत्थमगुत्था हो गया।इसके बाद उल्टा शिकायत दतौली पुलिस चौकी पर कर दी तथा एक दिन के लिये प्रभारी चौकी  राकेश ओझा से मिलीभगत भगत कर शिक्षा मित्र ने एफ आई आर दर्ज करा दिया व पीड़िता के जेठ को रात भर हवालात में बंद कर दूसरे दिन चालान कर दिया।खुद पिटने के बाद अपने ही ऊपर पुलिस की कार्रवाई से आहत पीड़िता ने इसकी फरियाद कोतवाल से लेकर तहसील दिवस व मुख्यमंत्री पोर्टल पर करने के बावजूद वह अब तक न्याय के लिये दर-दर की ठोकरें खा रही है ,वहीं पुलिस पर आरोप है कि,अपनी जांच आख्या में जो वहाँ नहीं थे बगैर जांच किये दूसरे लोगों को गवाह बना उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर देती है।जिसके कारण न्याय उसे नहीं मिल पा रहा।इस बावत जब एक दिन दतौली चौकी प्रभारी रहे राकेश ओझा से बात की गई तो उन्होंने कहा ,अपनी आख्या कोतवाल को सौंप दी थी उन्होंने क्या किया ,क्या नहीं उन्हें नहीं पता।


क्या कहते हैं चश्मदीद विद्यालय इंचार्ज।

 

इस प्रकरण के बावत जब जरूरी जानकारी लेने मीडिया की टीम विद्यालय इंचार्ज संतोष कुमार तिवारी के पास पहुँची ,तो उन्होंने शिक्षा मित्र के सामने ही बताया कि,उसके हिस्से का राशन अतुल विद्यालय में लेने आया था ,जिस पर शिक्षा मित्र अजय उसे मना किया ,जिस पर बहस के उपरान्त शिक्षा मित्र ने छात्र की सायकिल रखवा ली,जब इहकी सूचना उसकी माँ को हुई तो वह शिकायत करने आई,इस पर महिला के साथ शिक्षा मित्र गुत्थमगुत्था हो गये।बहरहाल शिक्षक ने अपनी गरिमा को तार किया ही इसके बाद रही सही कसर मनकापुर पुलिस ने पूरी कर दी।जिसमें पीड़ित पक्ष को न्याय के बजाय हवालात में बंद कर मुकदमा पंजीकृत कर दिया। जो मनकापुर पुलिस कार्य शैली पर सवाल खड़े कर रही है।

क्या कहते हैं कोतवाल।

इस बावत जब मनकापुर कोतवाल के के राणा से बात की गई तो उन्होंने, कुछ अलग ही कहानी बयां की,जिसके मुताबिक शिक्षक की पिटाई की गई थी,पर जब उन्हें मौके पर मौजूद चश्मदीद  विद्यालय इंचार्ज के द्वारा दिये गये बयान के बावत बावत जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा इसकी पुनः जांच किसी अन्य उपनिरीक्षक से करायेंगे।वहीं पीड़िता का कहना है जो सच है पुलिस उस पर कार्रवाई करे।

रिपोर्टर : इंद्रेश कुमार श्रीवास्तव

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.