आनंदालये द्वारा शुरू किया गया मिशन

गांधीनगर : आनंदालये परिवार को केंद्र में रखकर कई सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसीलिए आनंदालये ने मिशन 'मोजिलो परिवार' अभियान शुरू किया है। हमारी शाश्वत परिवार व्यवस्था के कारण अनेक समस्याएं दिन-ब-दिन कम होती दिखाई दे रही हैं। आनंदालये मोजिला अवसाद, शारीरिक और मानसिक रोग, हत्या, आत्महत्या, कजया, परिवार में झूठे रिश्ते जैसी कई समस्याओं का समाधान ढूंढ रहा है।

आनंदालये समर्पित उपकरणों का एक समूह है जो "चरित्र निर्माण" के माध्यम से समाज को बदलने की आकांक्षा रखता है। क्योंकि व्यक्तिगत हो या सामाजिक सभी समस्याओं का समाधान 'चरित्र निर्माण' से ही संभव है,आनंदालये अपने 'मिशन: मोजिला परिवार' को अपने 'स्थापना दिवस' दिनांक 01 जनवरी 2023 से लॉन्च करेगा। इस मिशन के तहत पूरे गुजरात में अभिभावकों के लिए तैयार की गई ट्रेनिंग औपचारिक रूप से शुरू की जाएगी।

प्रशिक्षित अभिभावकों से अपेक्षा की जाती है कि वे 'परिवार गोष्ठी' आयोजित करें और इस तरह परिवार के सदस्यों के व्यक्तित्व का निर्माण करें। गांधीनगर तहसील के राजपुर गांव में 24 से 26 दिसंबर 2022 तक कार्यशाला प्रबंधकों की तीन दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुई।कड़कड़ाती ठंड में और वह भी साबरमती के तट पर, आनंदालये के साधक अपने खर्च पर विचारों पर मंथन करने के लिए टेंटों में एकत्रित हुए।

जो पच्चीस साधक आये थे वे शिक्षक, प्राध्यापक, प्रधानाध्यापक, न्यासी और सोशलाइट थे जो बिना किसी वजीफा, पद, प्रतिष्ठा, प्रमाण पत्र, पुरस्कार या किसी प्रलोभन के उपस्थित थे। यह कार्यशाला उन साधकों के लिए थी जो केवल चरित्र निर्माण के माध्यम से गुणात्मक परिवर्तन लाना चाहते थे। यह कार्यक्रम उन कर्मचारियों के लिए खुला है जो अपने कार्यक्षेत्र में माता-पिता के लिए साप्ताहिक बैठक केंद्र शुरू करना चाहते हैं।

 शुक्रवार 23 दिसंबर की शाम इस कार्यशाला में प्रतिभागी पहुंचे। पूरे तीन दिनों के लिए सुबह 06:00 बजे से रात 10:00 बजे तक प्रक्रियाएँ आयोजित की गईं ताकि प्रतिभागी आत्म-मूल्यांकन कर सकें और दूसरों को आत्म-विकास के माध्यम से दृष्टि से भरा जीवन जीना सिखा सकें। कार्यशाला की सभी गतिविधियां सैद्धांतिक समझ के साथ थीं। जिसमें विचार-विमर्श कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित किया गया तथा पाठ्यक्रम तैयार किया गया। नतीजतन, प्रतिभागियों ने अपने क्षेत्र में माता-पिता के लिए साप्ताहिक कार्यशालाएं आयोजित करने की प्रतिबद्धता के साथ छोड़ दिया, "पारिवारिक मोजिलो" बनाने और एक चरित्र-समृद्ध समाज बनाने के लिए खुद से शुरुआत की।

कार्यशाला को पार्थेशभाई पंडिया और बिंदुबेन पांड्या से विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस कार्यशाला में डॉ. आनंदालये समन्वयक डॉ. डॉ. अतुलभाई उनागर, मिशन मोज़िला परिवार के समन्वयक। धवलभाई सोलंकी। राजपुर कार्यशाला समन्वयक श्री प्रतीकसिंह परमार, कार्यशाला महाप्रबंधक श्रीमती भावनाबेन पटेल एवं प्राचार्य डॉ. गुलाब भाई पटेल बनासकांठा जिला सामाजिक महिला अग्रणी पतंजलि गोविन्द भाई प्रजापति आदि गणमान्य व्यक्तियों को प्रतिभागियों को विशेष लाभ दिया गया। इस कार्यशाला की सभी सुविधाएं राजपुर गांव से प्राप्त हुई थी।

रिपोर्टर : चंद्रकांत सी पुजारी

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