ग्राम प्रधान ने लगाई न्याय की गुहार
हमीरपुर : मौदहा बात ग्रामीण क्षेत्र की हो अथवा शहरी दोनों ही सरकार मैं बैठे संबंधित अधिकारी अपने क्षेत्र का विकास कराने के बजाय खुद का विकास करने में अधिक रूचि लेते है अधिक रूचि लेते हैं विकास कार्यों के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई ठिकाने लगाकर स्वीकृत विकास निधि की आधी राशि से अधिक लंबे समय से बंदरबांट हो रही है सरकार बनकर बैठे जनप्रतिनिधियों जहां भ्रष्टाचार से मिल रही अतिरिक्त आय को प्रसाद समझकर ग्रहण करते हैं वही भ्रष्टाचार का ईश्वर बना प्रशासनिक अमला भी भोग लगाए बिना विकास को पनपने नहीं देता फिलहाल ताजा मामला हमीरपुर जिले के विकासखंड मौदहा के ग्राम पिपरौंदा का है जहां प्रसाद और भोग में संतुलन बिगड़ने के बाद शुरू हुई महाभारत जगजाहिर हो रही है।
बीते बुधवार को ग्राम शायर के प्रधान प्रदीप विश्वकर्मा ने खंड विकास अधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए अवगत कराया था कि ग्राम पंचायत में तैनात तकनीकी सहायक दिलीप कुमार शुक्ला गांव में होने वाले विकास कार्यों में कमीशन न देने पर गांव में कोई भी काम ना करा पाने की धमकी देता है और दबाव बनाता है और इंकार करने पर गांव में कोई काम ना करा पाने की धमकी देता है ज्ञातब्ब है की वह स्थानीय निवासी है इस कारण वह हनक जमाता है इसके पहले सुमेरपुर विकास खंड में तैनाती की अवधि में तकनीकी सहायक दिलीप कुमार शुक्ला की वन्हा के प्रधानों और इस्टाप द्वूरा इनके दूर व्यवहार और कमीशन मांगने की शिकायत की गाई थी।
इसके फलस्वरूप तकनीकी सहायक दिलीप कुमार शुक्ला का वंहा से इस्थानंत्रण किया गया था लेकिन साठ गांठ बनाने के बाद तकनीकी सहायक दिलीप शुक्ला मौदहा विकास खंड आ गए कई ग्राम प्रधान नाम न छापने की शर्त पर इनकी दबंगई वा बिना कमीशन लिए काम ना करने की शिकायत करते है और इस्थानिए की वजह से वह हनक जमाता है इसके पहले सुमेरपुर विकासखंड में तैनात था तकनीकी सहायक दिलीप कुमार वहां से भी शिकायत करने के बाद इसका स्थान द्वारा किया गया था लेकिन सांठगांठ बनाने के बाद तकनीकी सहायक दिलीप कुमार मौदहा विकासखंड आ गए और लोकल में इनकी हनक है।
जिसकी जांच अभी अंजाम तक पहुंच भी नहीं सकी थी कि ग्राम प्रधान प्रधान ने भी खंड विकास अधिकारी से उक्त तकनीकी सहायक पर कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है ग्राम प्रधान ने बताया कि तकनीकी सहायक की मर्जी के हिसाब से कमीशन न देने पर गांव के प्राथमिक विद्यालय में 104 मीटर की बनी बाउंड्री को 93 मीटर दिखाया है उक्त तकनीकी सहायक की कमीशन खोरी के चलते सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी मनरेगा जैसी योजनाओं प्रभावित हो रही हैं जिससे गरीबों को काम न मिलने से मजदूर पलायन को मजबूर हो रहे हैं गांव प्रधान ने प्रार्थना पत्र देते हुए उक्त टीमें को पंचायत से तत्काल हटाने की मांग की है ताकि गांव के रुके हुए विकास कार्य बिना कमीशन के कराए जा सके।
वही खंड विकास अधिकारी भैरव प्रसाद ने अपना पाड़ला झाड़ा कमीशन खोरी की बात सिरे से खारिज करते हुए बताया कि दोनों में आपसी कहासुनी होने की जानकारी मिली है कहासुनी किस बात पर हुई इसकी जांच सहित बाउंड्री वाल की नाक कराने के बाद दोषी पाए जाने पर तकनीकी सहायक पर विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
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