कलयुग में ईश्वर का नाम है मुक्ति देना वाला "कलियुग केवल हरिगुण गाहा" अनूप ठाकुर महाराज

हरदोई के ग्राम रामपुर धर्मपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस में असलापुर धाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक अनूप ठाकुर महाराज ने कहा कि मानव जीवन भगवान की भक्ति के लिए मिला है। जो मानव जन्म पाकर भगवान की भक्ति नहीं करते वह पशु के समान हैं। मनुष्य का जन्म भगवान की भक्ति के लिए मिला है न कि संसार के काम के लिए।

कथा वाचक अनूप ठाकुर ने कहा कि जिनका समय मात्र खाने-पीने और सोने में लगा रहता है उनका जीवन व्यर्थ है। राजा परीक्षित को कथा सुनाते हुए सुखदेव महाराज ने कहा है कि राजेंद्र आप मेरी शरण में आए हो, मृत्यु का भय अब तुम्हें नहीं सताएगा। जो भगवान का भक्त हो जाता है सच्चे मन से भगवान की कथा सुनता है उसको संसार रूपी मृत्यु का भय कभी भी नहीं आ सकता इसलिए भगवान की भक्ति होने से मनुष्य तर जाता है उसको किसी भी प्रकार का भय नहीं सताता। कथा के बीच में भगवान के सुंदर भजनों को सुनकर श्रद्धालु जन भावविभोर होकर नाचे हरि की कथा सुनाने वाले तुझको लाखों परिणाम तुझको लाखों परिणाम भगवान के सुंदर भजनों को सुनकर हर कोई श्रद्धालु नाचने को मजबूर हुआ कथा के उपरांत श्रीमद्भागवत की आरती की गयी भूपेंद्र सिंह ठाकुर रामापुर छैया करन मिश्रा सूर्यप्रताप मिश्रा ज्ञानू कुशवाहा समेत हजारों की संख्या में श्रोता पंडाल में मौजूद रहें।

 

रिपोर्टर : प्रशांत तिवारी

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.