बिलग्राम के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत! जिम्मेदार बेखबर

हरदोई:  जिले के निजी अस्पतालों में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अवैध व मानकविहीन अस्पतालों को संरक्षण मिलता है, यही कारण है कि बड़ी बड़ी घटनाओं पर ये अधिकारी पर्दा डाल देते हैं। संडीला के ऐस हॉस्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत के मामले पर अभी ठीक से पर्दा पड़ भी नही पाया था कि बिलग्राम नगर के वाई. ए. लाइफ केयर हॉस्पिटल में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलग्राम के नोखेपुरवा निवासी बबलू अपनी 35 वर्षीय पत्नी पुष्पा को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलग्राम लेकर गया था, जहां चिकित्सकों ने भर्ती करने से मना कर दिया। जिसके बाद वह कस्बे के ही बाईपास स्थित वाई.ए. लाइफ केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां ऑपरेशन लिए उससे 26 हजार रुपये जमा  कराये गए। डॉक्टरों के मौके पर न होने से हॉस्पिटल संचालक आबिद ने पुष्पा को एक अप्रशिक्षित कर्मचारी से इंजेक्शन लगवा दिया जिसके कारण जच्चा-बच्चा की अस्पताल में ही मौत हो गई। 

मामला ज्यादा तूल पकड़ता देख हॉस्पिटल संचालक ने पीड़ित परिजनों को रुपये देकर आगे कोई कदम न उठाने की हिदायत दी है। हमें यही भी बताया गया कि इस हॉस्पिटल में पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं, क्योंकि यहां कोई भी डिग्री धाराक डॉक्टर नहीं बैठता है। उक्त हॉस्पिटल के संचालक आबिद एक सरकारी शिक्षक भी है। हॉस्पिटल संचालक ने इस घटना को साफ नकार दिया है। उधर सीएमओ के सीयूजी नम्बर पर कॉल की, तो एसीएमओ डॉ. स्वामी दयाल ने कॉल रिसीव की पर, पर उक्त अस्पताल के सम्बंध में कुछ बोलने को तैयार नही दिखे।

रिपोर्टर :  आकाश गुप्ता

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