अनियंत्रित ट्रक गहरी खाई में गिरा, चालक-उपचालक की दर्दनाक मौत — रातभर चला रेस्क्यू अभियान
हजारीबाग - चौपारण प्रखंड क्षेत्र की खतरनाक और दुर्घटनाग्रस्त मानी जाने वाली दनुवा घाटी ने एक बार फिर अपनी भयावहता का परिचय देते हुए दो जिंदगियाँ निगल लीं। बुधवार देर रात एक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा, जिससे चालक और उपचालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि ट्रक के परखच्चे उड़ गए और शवों को निकालने में पुलिस और ग्रामीणों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक बिहार की ओर जा रहा था। जैसे ही वाहन दनुवा घाटी के तीखे मोड़ पर पहुंचा, चालक का नियंत्रण अचानक ट्रक से हट गया। तीव्र ढलान और मोड़ के कारण वाहन सीधे नीचे गहरी खाई में जा गिरा। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के गांवों में रहने वाले लोग भी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही चौपारण थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी पुलिस बल और रेस्क्यू टीम के साथ रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे। अंधेरा और दुर्गम इलाका होने के कारण बचाव कार्य में काफी कठिनाइयाँ आईं, लेकिन पुलिस, स्थानीय ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड की मदद से घंटों के प्रयास के बाद ट्रक केबिन में फंसे चालक और उपचालक को बाहर निकाला गया। थाना प्रभारी ने बताया कि दुर्घटना में चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उपचालक गंभीर रूप से घायल था। उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चौपारण लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उसने भी दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान मो. सदाम शाह और असगर शाह, दोनों निवासी मंदसौर, सीतामढ़ी (बिहार) के रूप में की गई है। दोनों ही ट्रक से लंबे समय से माल ढुलाई का कार्य कर रहे थे। परिजनों को सूचना दे दी गई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेजा गया है।
थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी ने बताया कि दनुवा घाटी क्षेत्र में बार-बार सड़क दुर्घटनाएँ हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा कई बार सावधानी संकेतक बोर्ड, बैरिकेडिंग और स्पीड कंट्रोल उपाय लगाने का प्रस्ताव दिया गया है, ताकि इस घाटी में हादसों को रोका जा सके।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दनुवा घाटी में सड़क एक तरफ से काफी तेज ढलान लिए हुए है और मोड़ अत्यधिक तीखे हैं। बड़े वाहनों के लिए यह मार्ग विशेष रूप से जोखिम भरा साबित होता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क की पुनर्निर्माण योजना बनाई जाए या भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग तय किया जाए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। स्थानीय ट्रक यूनियन और ड्राइवर समुदाय ने मृतक चालकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा सरकार से आर्थिक मुआवजे की मांग की है। दनुवा घाटी एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक उपायों की गंभीरता पर प्रश्नचिह्न छोड़ गई है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने चौपारण क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बना दिया है।
रिपोर्टर - अमित सिंह


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