ठंड के मौसम में करें साइनस से बचाव, तुरंत अपनाए ये 7 नेचुरल तरीके

ठंड का मौसम आ चुका है. ऐसे में सर्दियों में कई तरह की बीमारियां तेजी से फैलती हैं. ऐसी ही ठंड के मौसम में होने वाली एक बीमारी है जिसका नाम है साइनस. साइनस की दिक्कत ज्यादातर बैक्टीरिया और संक्रमण की वजह से होती है. साइनस की समस्या में नाक बंद हो जाती है और पीड़ित को तेज सिरदर्द होता है. नाक बंद होने से सांस लेने में भी परेशानी होती है. साइनस एक आम बीमारी है लेकिन यदि यह ज्यादा दिनों तक रहे तो दूसरी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है.

इवरीडेहेल्थ की खबर के अनुसार,साइनस में नाक से लगातार पानी बहता रहता है और तेज छींक आती हैं. कई बार साइनस के रोग में मरीज को बुखार और आंखों के ऊपर दर्द भी होता है. अगर साइनस की समस्या लंबे समय तक रहे तो यह अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों में तब्दील हो सकती है. साइनस में हेल्थ एक्सपर्ट से मिलकर दवाई ली जा सकती है लेकिन यदि आप दवा नहीं खाना चाहते तो कुछ नेचुरल तरीके से इससे निपट सकते हैं. आइए जानते हैं साइनस से छुटकारा पाने के प्राकृतिक उपाय के बारे में…

साइनसिसिटिस के कई प्रकार के होता है…

तीव्र साइनसाइटिस: इस प्रकार का साइनस ठंड के मौसम में 2-4 दिनों में अचानक ही शुरू हो जाते हैं.

साइनस से बचाव के नेचुरल तरीके-

भाप से अपने चेहरे को गर्म करे: 
साइनस संक्रमण से बचाव के लिए सबसे ज्यादा कारगर घरेलू उपाय है अपने चेहरे को गर्म करना या फिर मॉइस्चराइज करना. भाप से सांस लेने वाले मार्ग में सफाई होती है जिससे श्वसन प्रक्रिया आसानी से होती है. आप नाक और गले में गर्म कपड़ा भी रख सकते हैं.

खारे पानी का करें इस्तेमाल: 
साइनस के लक्षणों को कम करने और कीटाणुओं से छुटकारा पाने और साथ ही कफ की समस्या से निजात पाने के लिए आपको खारे पानी के घोल का इस्तेमाल करना चाहिए. एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारा करे.

नेटी बर्तन से साइनस की सफाई करें: 
साइनस की समस्या में नेती जल विधि भी काफी उपयोग कारी होती है. इसमें नाक के एक छिद्र से पानी को डालना होता है और दूसरे से पानी बाहर निकलता है. इससे नाक के अंदर की पूरी तरह से सफाई हो जाती है.

साइनस में योग होगा फायदेमंद: 
यदि आप साइनस संक्रम से पीड़ित हैं तो आप कुछ विशेष प्रकार के योग कर सकते हैं. ऐसे योग जिसमें आपका सिर ऊपर की तरफ हो और आपको साइनस में बहुत अधिक दबाव डाले बिना बेहतर महसूस करना होगा.

सप्लीमेंट का करें उपयोग:
 साइनस की समस्या में ब्रोमेलैन जैसे एन्जाइम काफी कारगर साबित होते हैं. ब्रोमेलैन अनानास के पौधे में पाया जानने वाले कई एंजाइमों का मिश्रण होता है. इसे सप्लीमेंट के तौर पर बेचा जाता है.

पौष्टिक आहार लें: 
अच्छी हेल्थ के लिए हेल्थ एक्सपर्ट ताजी फल और सब्जी खाने की सलाह देते हैं. फलों और सब्जियों में क्वेरसेटिन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो प्याज और सेब से लेकर ग्रीन टी और रेड वाइन तर में पाया जाता है. साइनस की समस्या में क्वेरसेटिन एंटीऑक्सीडेंट काफी लाभकारी होता है. यह बलगम के स्त्राव को तेज करता है.

तरल पदार्थ पिएं:
 एक्सपर्ट बताते हैं कि शरीर को हाइड्रेट रखने से साइनस की समस्या में सांस लेने में आसानी होती है. तरल पदार्थ पीने से साइनस म्यूकस की मोटाई भी कम होती है जिससे कफ आसानी से बाहर निकल जाता है. एक्सपर्ट के अनुसार लोगों को हर दिन 6 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए.

कैफीन युक्त पदार्थों से दूरी बनाएं: 
साइनस होने पर कैफीन का उपयोग आपको मुश्किल में डाल सकता है. सर्दियों में साइनस के दौरान अल्कोहॉलिक चीजों से दरी बनाएं रखें.

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