अस्थमा में काम आते हैं ये घरेलू उपाय
सांस लिए बिना व्यक्ति दो मिनट तक भी नहीं रह सकता, लेकिन फिर भी लोग इसे बेहद सामान्य मानते हैं। आप भले ही सांसों का मोल न समझते हों लेकिन इसकी वास्तविक कीमत एक अस्थमा पीडि़त व्यक्ति ही समझ सकता है। श्वसन संबंधी यह समस्या कभी−कभी जानलेवा भी साबित होती है। अस्थमा एक गंभीर बीमारी है. इसकी वजह से इंसान की जान भी जा सकती है. यह श्वास नलिकाओं को प्रभावित करता है. दरअसल श्वास नलिकाएं ही हमारे फेफड़ो से हवा को अंदर-बाहर करती हैं. अस्थमा होने पर इन नलिकाओं में सूजन आ जाती है, जिससे ये सिकुड़ जाती हैं और फेफड़ों तक पर्याप्त हवा नहीं पहुंच पाती है. इसकी वजह से मरीज को सांस लने में दिक्कत होने लगती है. यूं तो आप इसके लिए दवाई का सेवन करते होंगे लेकिन कुछ प्राकृतिक उपचार करने से अस्थमा अटैक को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तो आज हम आपको अस्थमा का घरेलू इलाज बताएगे ....
अस्थमा का घरेलू इलाज
अगर आप अस्थमा रोग के शिकार हैं तो इसे कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि अस्थमा के शिकार रोगियों को अस्थमा अटैक का खतरा रहता है जो बहुत घातक साबित हो सकता है। अगर आपको बार-बार सांस लेने में तकलीफ होती है और मौसम में बदलाव के साथ-साथ ये समस्याएं और बढ़ने लगती है तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलावा अगर आप अस्थमा के शुरूआती स्टेज में हैं तो इसे डॉक्टर को दिखाने के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते हैं इससे बीमारी कंट्रोल में रहेगी।
1.लहसुन
लहसुन ना केवल अस्थमा के लिए बल्कि हर बीमारी के लिए फायदेमंद है। अस्थमा के इलाज के लिए 30 मि.ली. दूध में लहसुन की पाँच कलियाँ उबाल लें और हर रोज इसका सेवन करें।
2.अजवाइन
अस्थमा के इलाज में अजवाइन भी काफी फायदेमंद है, इसके लिए आप पानी में अजवाइन डालकर इसे उबालें और भाप लें, इससे सांस लेने में होने वाली तकलीफें दूर होती हैं।
3.अंजीर
अंजीर कफ को जमने से रोकने में काफी मदद करता है। अस्थमा का इलाज करने के लिए सूखी अंजीर को गर्म पानी में रातभर भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे श्वास नली में जमा बलगम ढीला हो जाता है और बाहर निकल जाता है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम होता है।
4.हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं, आप अस्थमा (asthma in hindi) में पालक और गाजर का जूस ले सकते हैं।
4.मेथी
आयुर्वेद के अनुसार मेथी अस्थमा का इलाज करने के लिए रामबाण उपाय है। इसके लिए मेथी के कुछ दानों को एक गिलास पानी में उबाल लेंं, जब ये एक तिहाई बचे तो इसमें शहद और अदरक का रस मिलाकर रोज़ाना सुबह शाम इसका सेवन करें।
अस्थमा के मरीज़ों के लिए सावधानियां
अस्थमा के रोगियों के लिए सावधानी रखना बेहद ज़रूरी है। अगर आप शुरू से ही सावधानियां और परहेज रखते हैं तो इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा कम होता है और अस्थमा अटैक से भी बच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं अस्थमा के रोगियों को क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए-
अस्थमा और दमा के मरीजों को सर्दी और धूल से बचना चाहिए।
ज्यादा ठंड व मौसम में नमी अस्थमा मरीज़ों की समस्या को और अधिक बढ़ा सकती है।
घर से बाहर जाते समय मास्क लगाकर निकलें जिससे आप धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से बच सकें।
सर्दियों में धुंध से बचें।
ताज़ा पेंट, कीटनाशक, स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर भगाने का कॉइल का धुआँ और खुशबुदार चीज़ों से बचें।
धूम्रपान ना करें और धूम्रपान वाली जगह पर ना जाएं।
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