पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने स्टील प्लांट के विरोध का किया था आगाज

पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने स्टील प्लांट के विरोध का किया था आगाज, अब कांग्रेस विधायक भी आये सामने, सामने आया शासन/ प्रशासन का दोहरा रवैया

गाँव वालों को सभा करने की अनुमति नहीँ पर जनसुनवाई की अनुमति, जनसुनवाई में कोविड फैलने का कौन होगा जिम्मेदार, कम्पनी कहती है सब विधि अनुरूप होगा….किस करवट बैठेगी ऊंट, किसकी होगी जीत…

 
जशपुरनगर:- ग्राम पंचायत टांगरगांव विकासखण्ड कांसाबेल में माँ कुरदगढी पावर एनर्जी एण्ड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा प्लांट की स्थापना को लेकर हर वर्ग से विरोध मुखर हो रहा है। पूर्वा मंत्री गणेश राम भगत ने इस विरोध का आगाज किया था। इसके बाद मामला अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता राम प्रकाश पांडे की टीम के माध्यम से ट्रिब्यूनल एंव हाईकोर्ट पहुंचा। अब मामले में कुनकुरी विधायक यूडी मिंज और जशपुर विधायक विनय भगत भी मुखर हो गए हैं। कंपनी का कहना है कि सभी विधिक मानकों का पालन करेगी और जो कंपनी पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह सही नहीं है। स्टील प्लांट के में सत्ता पक्ष, विपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता सभी टूट पड़े हैं। सवाल लाजिमी है कि फिर किस के समर्थन में स्टील प्लांट की स्थापना हो रही है या जशपुर की जनता बेवकूफ है। इस बीच शासन-प्रशासन का दोहरा रवैया सामने आया है इसे दोहरा चरित्र भी कह सकते हैं।
ग्रामवासीगण सुखवासुपारा ( टांगरगांव ) टांगरगांव , वि ० खं कांसाबेल में विचार किया मंच आयोजन के लिए सर्व समाज द्वारा जिलाधीश जिला जशपुर को पत्र दिया गया।
उन्होंने पत्र में लिखा कि हमारे ग्राम पंचायत टांगरगांव विकासखण्ड कांसाबेल में माँ कुरदगढी पावर एनर्जी एण्ड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा प्लॉट का स्थापना किया जा रहा है। जिसकी ईश्तहार हमारे ग्राम पंचायत के आसपास के 10 ग्राम पंचायत को दिया गया है । उन्होंने लिखा कि हमारे जशपुर जिला में कही भी उद्योग की स्थापना पूर्व में नहीं हुआ है। टांगरगांव विकासखण्ड कांसाबेल में माँ कुरदगढी पावर एनर्जी एण्ड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा प्लॉट की स्थापना के संबंध में  लोक सुनवाई 4.08.2021 को रखा गया है ।यहाँ के ग्रामीण इस विषय से अनजान है ,इसलिए जानकारी एवं विचार मंच का आयोजन किया गया है जिसमें 1500 से 2000 व्यक्तियों के उपस्थिति की सम्भावना है । इस कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का राजनैतिक पार्टी के लोग शामिल नहीं होगे। उक्त कार्यक्रम में उद्योग लगने से ग्रामीण जनों को मिलने वाले लाभ एवं हानि पर विचार विमर्श किया जायेगा । अतः श्रीमान् जी से निवेदन है कि उक्त कार्यक्रम कराये जाने की अनुमति प्रदान करने की कृपा करें ।
इसपर एसडीएम ने पत्र में ही जिले में कोविड 19 संक्रमण और धारा 144 का हवाला देते हुए कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जा सकती की टीप 24 जुलाई को कर दी।
उक्त पत्र के जवाब में अनुविभागीय दण्डाधिकारी बगीचा जिला जशपुर ( छ.ग. ) ने अपने पत्र क्रमांक /६ / वाचक -2 / 2021 बगीचा , दिनांक 24/04/2021 के पत्र द्वारा समस्त ग्रामवासी एवं सर्व समाज महासंघ , टांगरगांव , विकास खण्ड कांसाबेल , जिला जशपुर ( छ.ग. ) को उनके आवेदन दिनांक 23.07.2021के संदर्भ में जवाब दिया कि आपके द्वारा ग्राम पंचायत टांगरगांव में मां कुदरगढ़ी पावर एनर्जी एण्ड इस्पात प्रायवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा प्लान्ट की स्थापना किये जाने के संबंध में दिनांक 25 . 07.2021 को समय 11:00 बजे ग्राम टांगरगांव सुखबासुपारा , विकास खण्ड कांसाबेल , जिला जशपुर ( छ 0 ग 0 ) में विचार मंच का आयोजन किये जाने व आयोजन में 1500 से 2000 व्यक्तियों की उपस्थित होने की संभावना है के संबंध में अनुमति चाही गई है । वर्तमान में कोरोना संक्रमण होने के कारण जशपुर जिला में धारा 144 लागू होने एवं कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी जशपुर ( छ 0 ग 0 ) के आदेश क्रमांक / 1181 / पी.ए. / कोरोना / 2021 जशपुर , दिनांक 14/06/2021 के कंडिका क्रमांक 1 में जशपुर जिला अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्र को दिनांक 15.06.2021 प्रातः 6:00 बजे से आगामी आदेश तक कंटेनमेंट जोन घोषित किये जाने तथा कंडिका क्रमांक 2 ( i ) में सभी प्रकार के सभा , जुलूस , धरना , प्रदर्शन , सामाजिक , धार्मिक एवं राजनैतिक आयोजन इत्यादि पूर्णतः प्रतिबंधित किये जाने के फलस्वरूप ग्राम टांगरगांव सुखबासुपारा में दिनांक 25.07.2021 को विचार मंच का आयोजन किये जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
पूरे मामले को देखकर ऐसा लगता है कि इस मामले में शासन प्रशासन का दोहरा रवैया या चरित्र सामने आया है। स्टील प्लांट की स्थापना को लेकर कंपनी का कहना है उसके द्वारा पूरे नियमों का पालन करते हुए प्लांट की स्थापना की प्रक्रिया की जा रही है। लेकिन मामले में जन विरोध अब खुलकर सामने आ रहा है।
विरोध पर सबसे पहले पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत अपने समर्थकों के साथ सामने आए। वहीं विधायक कुनकुरी यूडी मिंज व जशपुर विधायक विनय भगत जी भी प्लांट के विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं। दोनों विधायक स्टील प्लांट का विरोध कर रहे हैं लेकिन यह भी नहीं भूला जा सकता है कि दोनों विधायक शासन के अंग हैं।

मामले को लेकर जहां पूर्व मंत्री गणेश राम भगत पुरजोर विरोध में जुटे हैं वहीं सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता राम प्रकाश पांडे की टीम हाई कोर्ट और ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटा चुकी है।

इधर जशपुर जिले के कांसाबेल टांगरगाँव में प्रस्तावित स्पंज आयरन,स्टील प्लांट के विरोध में अब जशपुर विधायक विनय भगत खुलकर सामने आ गए हैं।उल्लेखनीय है की कुनकुरी विधायक यूडी मिंज के बाद अब जशपुर विधायक ने साफ़ शब्दों में कहा है कि जशपुर की प्राकृतिक छटा व नैसर्गिक सौन्दर्य को बिगाड़ने वाले किसी लौह उद्योग को जशपुर जिले में स्थापित नहीं होने देंगे। उन्होंने इसकी स्थापना को पर्यावरण के लिए घातक बताते हुए कहा कि उक्त प्लांट की स्थापना से यहाँ की उपजाऊ जमीन बंजर हो जाएगी और किसानों के सामने खेती का संकट खड़ा हो जाएगा।

जशपुर विधायक विनय भगत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर टांगरगाँव में प्रस्तावित स्पंज आयरन,स्टील प्लांट के विरुद्ध अपना विरोध प्रदर्शित किया है।उन्होंने हिमाचल,उत्तराखंड,मिजोरम,नागालैंड का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि यहाँ किसी प्रकार के प्रदुषण फैलाने वाले उद्योग नहीं हैं। यहाँ लोग उन्नत खेती और पर्यटन के माध्यम से आत्मनिर्भर हैं। उन्होंने भूपेश सरकार की गौठान योजना के माध्यम से महिला शक्तिकरण को आगे बढाने की बात कही। जशपुर जिले में पर्यटन उद्योग की अपार संभावनाएं हैं जिसके लिए मास्टर प्लान तैयार कर शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।

श्री भगत ने लौह उद्योग की स्थापना से सबसे बड़ा खेती का संकट बताया है। उन्होंने बताया कि इस उद्योग की स्थापना से सालाना डेढ़ लाख मीट्रिक टन राखड उत्पादित होगा जिसकी खपत का कोई विकल्प जिले में नहीं है। ऐसी स्थिति में खेतीहर जमीन बंजर हो जाएगी और राखड के फैलाव से पर्यावरण प्रदुषण के साथ कई प्रकार की बीमारियाँ भी फैलेंगी।उन्होंने गुल्लू पावर प्रोजेक्ट का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए गुल्लू क्षेत्र में आज किसानों की दुर्दशा हैं जिन्हें रवि की फसल के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता वहीँ स्थानीय लोगों को इस प्रोजेक्ट से कोई लाभ नहीं हुआ।

कांसाबेल के टांगरगाँव में प्रस्तावित कुदरगढ़ी स्टील स्पंज आयरन प्लांट का उन्होंने विरोध करते हुए कहा कि जो जमीन रिकार्ड में उन्नत खेती की जमीन हैं जहाँ से सबसे ज्यादा फसल का उत्पादन होता आया है।आज उस जमीन को बंजर करते हुए उसके औद्योगिक उपयोग की तैयारी की जा रही है।इससे न केवल वहां की जमीन बंजर होगी बल्कि आसपास के सैकड़ों गाँव इससे प्रभावित होंगे।

जशपुर विधायक विनय भगत ने इको फ्रेंडली उद्योग की स्थापना की बात कही है वहीँ जशपुर जिले के प्राकृतिक वातावरण को नष्ट करने वाले लौह उद्योग का उन्होंने बहिष्कार किया है।उन्होंने साफ़ व स्पष्ट शब्दों में कहा कि जशपुर जिले में प्रदुषण फैलाने वाले किसानों की जमीन को बंजर बनाने वाले किसी भी लौह,स्टील उद्योग को जशपुर जिले में स्थापित होने नहीं देंगे।

रिपोर्टर - दीपक वर्मा

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