विराट कवि सम्मेलन, साहित्य रस में डूबे श्रोता

बरसठी : क्षेत्र के रामलीला मंच निगोह में संगम साहित्यिक परिवार के सौजन्य से विराट कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी साहित्य और कविता के माध्यम से समाज में जागरूकता और सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करना रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पित कर किया गया।
अध्यक्षता वरिष्ठ कवि नरेन्द्र सिंह ‘पंकज’ ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सीमा सिंह उपस्थित रहीं,गरिमामयी उपस्थिति में उमासंकर सिंह ‘मधुकर’, विशिष्ट अतिथि डॉ. रणजीत सिंह,तथा विशेष आमंत्रित कवि ‘गंगाधर मिश्र ‘बेखबर’ (बिहार) और सुमति श्रीवास्तव जौनपुर शामिल रहे।

संचालन कर्ता संदीप कुमार ‘बालाजी’ ने अपनी ओजपूर्ण शैली में संभाली और मुख्य संयोजन अरुण यादव ‘आदित्य’ एवं अजय त्रिवेदी ‘शांत’ ने किया।

कवियों ने देशभक्ति,सामाजिक सरोकार, प्रेम, हास्य और व्यंग्य से भरपूर रचनाओं के माध्यम से वातावरण को भावनात्मक और ऊर्जावान बना दिया।
कवयित्री सुमति श्रीवास्तव और रीना श्रीवास्तव की कविताओं ने विशेष रूप से श्रोताओं को भावविभोर किया।
राम सागर ‘सरस’, चन्द्रकांत भ्रमर ‘भदोही’, रीना श्रीवास्तव ,आनन्द कुमार गुप्ता ‘गांधी’, इन्द्रजीत सिंह ‘वियोगी’ सहित अनेक कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बाँधा।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता में नरेंद्र बहादुर सिंह पूर्व प्रधानाचार्य ने कहा कि “कविता समाज का दर्पण है, कवि अपनी रचनाओं से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।”

अंत में राजेन्द्र बहादुर और अरुण यादव "आदित्य" की ओर से सभी अतिथियों और कवियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में तालियों की गूंज और साहित्यिक वातावरण का माहौल बना रहा।

रिपोर्टर : अनुपम कुमार मौर्य

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