सरकारी तंत्र केआशीर्वाद से फलफूल रहें हैं गोमो में बालू माफिया

झारखण्ड :  अवैध खनन रोकने के लिए एनजीटी की टीम पूरी तरह से लगातार कारवाई के लिए जिले में छापेमारी कर रही है तो वहीं दूसरी ओर गोमो और तोपचांची इलाके में स्थानीय नदी का बालू खुलेआम रात के अंधेरे में बेची जा रही है। उक्त बालू गोमो में रेलवे की चारदीवारी,जल नल योजनाओं सहित कई सरकारी योजनाओं में बालू माफियाओं द्वारा बालू को खुले आम ऊंचे दरों पर बेचा जा रहा है जबकि बराकर घाट का बालू हर दिन लगभग एक सौ की संख्या में ट्रैक्टर गोमो के विभिन्न क्षेत्रों में रात के अंधियारे में आते है और ऊंचे दामों पर बालू माफिया बालू को बेचते हैं जिसे देखने वाला कोई नहीं है,जिससे राज्य सरकार को लाखो रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। हालांकि गोविंदपुर में सीओ की गाड़ी पर बालू माफियाओं द्वारा किए गए हमले के बाद से गोमो में भी पुलिस बराकर घाट की बालू विगत 7 नवंबर से स्थानीय पुलिस द्वारा रोक लगाई गई थी लेकिन बालू का खेल फिर से शुरू हो गया है।

बराकर घाट के साथ साथ अब बालू माफियाओं की नजर जीतपुर,भेंडरा,विशुनपुर,बिराजपुर,हरिहरपुर घाट पर है जहां से बालू माफिया इन घाटों से उठाव जारी है,बालू उठाव का खेल रात दो बजे से ही ट्रैक्टरों की आवाज गूंज उठती है,इससे साफ है कि इन बालू माफियाओं को पुलिस से कोई डर नहीं है।

रिपोर्टर : शब्बीर अहमद अंसारी 

 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.