पूर्ति निरिक्षक तमकुहीराज कोटेदारों से लेते हैं रिश्वत कमिशन नहीं देने पर कोटेदारों को जांच व दुकान निलंबित करने की दी जाती है धमकी

पूर्ति निरिक्षक तमकुहीराज कोटेदारों से लेते हैं रिश्वत कमिशन नहीं देने पर  कोटेदारों को जांच व दुकान निलंबित करने की दी जाती है धमकी

प्राइवेट आदमी से करवाते है कोटेदारों से अवैध वसूली

कुशीनगर: जनपद के तमकुहीराज विकास खण्ड के पूर्ति निरिक्षक के अवैध वसूली के कारनामों का चर्चा सरेआम पूरे विकास खण्ड  तमकुहीराज मे खुलेआम हो रहा है।पूर्ति निरीक्षक तमकुहीराज को किसी भी कोटेदार के खिलाफ शिकायती पत्र मिलते ही उनका चेहरा खिल जाता है। क्योंकि शिकायत पत्र उचित दर बिक्रेता के साठ गांठ से ही पूर्ति निरीक्षक तमकुहीराज के सभी कोटेदार से  प्रत्येक माह में 25 से 30 रूपये कुन्टल के दर से कमीशन के रूप में लिया जाता है जिसकी वसूली एक प्राइवेट आदमी के द्वारा कराया जाता है और मामले के निस्तारण मे इस प्राइवेट आदमी की भूमिका अहम मानी जाती है ।

पूर्ति निरिक्षक कोटेदारों को धमकी देकर अवैध वसूली करवाते है पोषित सलाहकार के द्वारा कोटेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने व रिश्वत नहीं देने पर दुकान को निलंबित करने का धमकी देकर एक मोटी रकम की वसूली किया जाता है। जो कोटेदार कमीशन नहीं देता वह कोटेदार के खिलाफ बैगर शिकायत पत्र पर भी अनावश्यक जांच किया जाता है ।और कोटेदारों को प्रताड़ित करने का कार्य किया जाता हैं।

जनपद के तमकुहीराज के पूर्ति निरीक्षक और उनके पोषित व्यक्ति की चर्चा विकास खण्ड तमकुहीराज में सरेआम हो रही है।अगर समय रहते इस प्रकरण कि जांच शासन प्रशासन ने नहीं किया तो कोटेदारों का शोषण नहीं थमेगा।कोटेदार अपना नाम न छापने की बात पर यह गंभीर आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।इस संबंध में उपजिलाधिकारी तमकुहीराज ए आर फारूकी.के एस ओ जी न0 पर पाँच दिन से फोन सी रिपोर्टर कर रहे हैं। लेकिन फोन नही उठ रहा है।

रिपोर्टर,सुरेन्द्र प्रसाद 

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