नाला निर्माण ना होने से जल निकास की समस्या से जूझ रहे मैगलगंज कस्बा-वासी

मैगलगंज खीरी भले ही प्रदेश से लेकर देश तक में गुलाब जामुन के शहर के  नाम से मैगलगंज ने अपनी पहचान बनाई हो लेकिन आज उसकी बदहाल हालत को देखने वाला ना ही कोई  जनप्रतिनिधि है और ना कोई अधिकारीl मैगलगंज कस्बा लगभग 20000 की आबादी को समेटे हुए हैंlदेश की राजधानी दिल्ली और प्रदेश की राजधानी लखनऊ को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे भी मैगलगंज से होकर गुजरता है जिस पर प्रतिदिन सैकड़ों  जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां गुजरती हैl लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि की नजर शहर की  बदहाल हालत पर नहीं पड़तीl

नेशनल हाईवे से होकर मैगलगंज से होकर जाने वाले हर किसी व्यक्ति के मन में मैगलगंज के गुलाब जामुन का स्वच्छ करने की इच्छा होती है किंतु यहां कस्बा सिर्फ गुलाब जामुन की कहानी बनकर रह गयाl  विकास यहां से लाखों दूर हैl कस्वा वासियों की समस्याओं की बात करें तो यहां समस्याओं का अंबार हैl सबसे बडी समस्या कस्वा  वासियों के लिए जिला मुख्यालय को जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ जल निकास की पर्याप्त व्यवस्था ना होना हैl जिसके कारण मार्ग के दोनों ओर बने मकानों में बरसात का पानी भर जाता है l कोरोना काल में आम जनमानस का जीवन वैसे ही अस्त-व्यस्त हो चुका है और यदि इस जल  भराव के कारण उत्पन्न हुए मच्छरों से नई बीमारियां जन्म लेती है तो फिर लोगों को अपना जीवन संभाल पाना मुश्किल होगाl देश  देश में तेजी से  फैल रहे बुखार, मलेरिया और डेंगू की खबरें सुनकर लोग काफी  भयभीत है और उन्हें चिंता है कि कहीं इस जल भराव के वजह से उत्पन्न मच्छर यहां भी वैसी स्थिति उत्पन्न ना कर देl सभी प्रशासन की ओर से कोई राहत भरी खबर के इंतजार में हैl

दूसरी बड़ी समस्या है यहां पर कई वर्षों पूर्व में लगी ट्यूबलाइटें जिनकी रोशनी अभी तक कस्वा वासियों को  नसीब नहीं हुईl कई वर्षों पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे जितिन प्रसाद ने महोली, मैगलगंज और जेवीगंज का सौंदर्यकरण कराते हुए यहां पर ट्यूबलाइट लगवाई थी l मैगलगंज में लगी ट्यूबलाइट केवल शो पीस बनी हुई हैl

रिपोर्टर : रियाज़ सिद्दीकी

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