बदलते मौसम में ऐसे रखें गले का ख्याल
आवाज है तो जीवन में साज़ हैं . गला हमारे शरीर का बहुत जरूरी अंग है . कोरोना के प्रकोप के साथ- साथ अब मौसम भी बदलने लगा है. जिसमें गले से जुड़ी समस्याएं आमतौर पर सामने आने लगती हैं . मौसम बदलने पर गले में खराश या आवाज बैठ जाने की शिकायत सुनने में आती है. गला खराब होने का मतलब अकसर गले में दर्द होना या खुजली जैसा होना, गले में कफ जम जाना और गले की आवाज बदल जाना माना जाता है. धूल या पराग कण इत्यादि के प्रति अति संवेदनशील होने से शरीर प्रतिक्रिया करता है, यही गला खराब होने के रूप में उभरता है. इन तमाम परिस्थितियों का गले में असर पड़ता है.हमारी श्वास नली व ग्रास नली के अंदर एक लसलसा पदार्थ हमेशा स्रावित होता रहता है यह नलियों में से गुजरने वाले पदार्थों के आवागमन को सुगम बना देता है.साथ ही उसमें कुछ ऐसी प्रतिरक्षात्मक कोशिकाएँ भी होती हैं, जो गले में से गुजरने वाले पदार्थों को भाँपकर नुकसानदेह पदार्थों को नष्ट करने में जुट जाती हैं. इस कारण यह पदार्थ धीरे-धीरे गाढ़ा होता जाता है. इसमें मृत कोशिकाएँ, रोगाणु तथा नुकसानदेह पदार्थ काफी मात्रा में भर जाते हैं .गाढ़ी अवस्था में हम इसे कफ कहते हैं यह अगर गले में जम जाए तो गला खराब हो जाता है.
विशेषज्ञों के अनुसार इस मौसम में हर तीसरे घर के सदस्य को गले की बीमारी हो रही है. कहीं पर एक ही परिवार के सभी सदस्य इस बीमारी से ग्रसित हो चुके है. गले के रोगी अस्पताल में पहुंच रहे है लेकिन सबको अलग-अलग बीमारी है. किसी को गले में दर्द, टॉन्सिल की शिकायत है तो किसी के गले में छाले हो गए।. किसी के गले में ग्रंथियों में सूजन गई है तो किसी को कफ ज्यादा बनने से परेशानी हो रही है. लेकिन ये सभी रोग इस मौसम के कारण उत्पन्न हो रहे है. इस पर तुरंत डॉक्टर को दिखाकर इलाज लें. कुछ तरीकों को अपनाकर आप गले की परेशानियों से बच सकते हैं -
शहद का इस्तेमाल कई सारी चीजों में होता है, ये एक तरह से रामबाण है. अगर आपके गले में दर्द और खराश होता है तो ऐसे में आप शहद को बतौर दवाई के तौर पर ले सकते हैं. आप चाहें तो शहद के साथ नींबू को मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं, इससे आपका सेवन करने से गले का दर्द और खराश आसानी से दूर हो जाता है.
गले के इंफेक्शन को दूर करने के लिए काढ़े का सेवन करना चाहिए. कोरोना काल में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए काढ़े का सेवन करने की सलाह दी जा रही है. गले के इंफेक्शन से छुटकारा पाने के लिए काढ़े का सेवन करना चाहिए.
हल्दी तो वर्षों से हिंदुस्तान में खाने से साथ दवा के रूप में इस्तेमाल होते रहा है, एक चुटकी हल्दी कई बीमारियों को झट से दूर कर देती हैं. अगर आप भी गले की दर्द और खराश से परेशान है तो एक चुटकी हल्दी दूध में डालकर सेवन करें. गले की दर्द और खराश भाग जाएगी. इसे खासी के लिए भी सही माना जाता है.
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