अत्याचार उत्पीड़न के अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित

मथुरा : अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार उत्पीड़न के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला प्रोबेशन विभाग द्वारा रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष के अन्तर्गत  लाभाथियों की स्वीकृति प्रदान की गई।

डीएम ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को ऐसे अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार उत्पीड़न मामलों में समय से चार सीट लगाकर वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए है, जिससे पीड़ित लोगों को समय से सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता धनराशि उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे प्रकरणों में गति प्रदान करके निस्तारण करें।

समाज कल्याण विभाग एवं प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जितने भी प्रकरण उत्पीड़न के प्राप्त हुए हैं उन पर तत्काल कार्यवाही करके अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति योजनान्तर्गत अत्याचारों से पीड़ित व्यक्तियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएं।  दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी बैठक में अनुपस्थित रहने एवं विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा न होने पर जिलाधिकारी ने एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये।

इसी क्रम में सांसद एवं विधायक निधि से होने वाले कार्यों में अनियमितता रोकने का काम अधिकारी करेगें। उक्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी सांसद एवं विधायक निधि से विकास कार्य हो रहे हैं, उनका स्थलीय सत्यापन और निरीक्षण करवाकर काम की गुणवत्ता सुनिश्चित कराई जाए। अगर कोई अनियमितता सामने आती है तो इसकी सूचना अधोस्ताक्षरी एवं मुख्य विकास अधिकारी को दें।

सांसद एवं विधायक निधि से होने वाले विकास कार्यों में गुणवत्ता की कमी को लेकर आए दिन शिकायतें आती रहती हैं। ऐसे प्रोजेक्ट के जांच और सत्यापन का प्रावधान होने के बावजूद इसका अनुपालन नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों से कहा गया है कि योजना में स्वीकृत निर्माण कार्यों की गुणवत्ता हर हाल में तय की जाए। इसके लिए पूरे हो चुके निर्माण कार्यों और चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय सत्यापन और निरीक्षण जरूर किया जाए।

बैठक में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं द्वारा उपरोक्त योजनाओं के अन्तर्गत कराये जा रहे निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा की। कार्यदायी संस्थाओं के रूप में मुख्य चिकित्साधिकारी, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण, यूपी सिडको, यूपीएसआईसी, ग्रामीण अभियंत्रण, जल निगम के साथ-साथ समस्त खण्ड विकास अधिकारी (नौहझील एवं फरह को छोड़कर) आदि मौजूद रहे। सांसद एवं विधायकगणों द्वारा जिन कार्यों की संस्तुति की जा रही है उन कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किये जायें। सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्यों में पूर्णगुणवत्ता एवं मानकों के अनुसार कार्य कराये जाना सुनिश्चित करें।

उक्त बैठक के पश्चात रेडक्रॉस सोसायटी के राष्ट्रपति जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला रेडक्रॉस समिति की सामान्य बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने समिति के पदाधिकारियों से कहा कि वे रेडक्रॉस के अन्तर्गत अधिकतम आजीवन सदस्य बनाने का प्रयास करें। जिलाधिकारी ने कहा कि विश्व में रेडक्रॉस द्वारा सराहनीय कार्य किये जाते हैं, जिसके माध्यम से गरीब लोगों को चिकित्सा सुविधाएं आदि प्राप्त होती हैं। उन्होंने उपस्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों, जो  रेडक्रॉस से जुड़े हैं, वे इस अभियान में अपने अधीनस्थों को अधिक से अधिक जोड़ें। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस समिति के माध्यम से वनाग्नि समेत दैवीय आपदाओं में लोगों की सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जाता है।

रेडक्रॉस के माध्यम से गरीब तबके के लोगों को सस्ती व जेनरिक दवाइयां जन औषधी केंद्रों से उपलब्ध करायी जानी चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि दिनांक 23 दिसम्बर को बीएसए कॉलेज में रेडक्रॉस सोसायटी का चुनाव किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट धु्रव खादिया, अजय जैन, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण संसवीर सिंह,  पीड़ी अरुण कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी सुधा कुमारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्र,  जिला पंचायत राज अधिकारी किरन चौधरी सहित अन्य अधिकारी एवं  सदस्यगण मौजूद रहे।

रिपोर्टर : मधुसूदन शर्मा 

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