मध्यान भोजन बनाने वाले समूहों वर्षो से आर्डिट नही हुआ
शाहपुर : मिड-डे मील में बच्चो को क्या खिलाया गया है, कितने बच्चों को भोजन दिया गया है, ब्लॉक के अधिकतर स्कूलों में स्वयं समूहों के द्वारा भोजन बनाकर बच्चो को परोसा गया पास इसका कोई रिकार्ड नहीं है। इसकी जांच के लिए ऑडिट का प्रावधान है, लेकिन विभागीय कमजोरी के चलते वर्षो से स्कूलों में बच्चो के भोजन बनाने वाले स्वयं सहायता समूहों का आर्डिट नही हुआ है ।
मध्याह्न भोजन प्राधिकरण, मध्यप्रदेश ने पूर्व में सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दे रखे हैं कि लेखा परीक्षा अधिकारी से संपर्क कर उन्हें समस्त वांछित विवरण उपलब्ध कराकर मिड-डे मील में होने वाले व्यय का संप्रेक्षण सुनिश्चित कराएं। लेकिन स्थानीय स्तर पर स्कूलों में मिड-डे मील के नाम पर लाखों का वारा-न्यारा हो गया है । आर्डिट होने के उपरांत फर्जीवाड़े सामने उजागर होगा ।
रिपोर्टर : शैलेंद्र
No Previous Comments found.