जन आंदोलनों को दबा रही भाजपा सरकार- बाबा रुद प्रताप सिहं On Mar 27, 2021

सीधी : जिला कांग्रेस अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह बाबा ने प्रदेश और केंद्र की भाजपा की सरकारों पर अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों की बात अनसुनी कर हिटलर शाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि स्वयं भाजपा का उदय देश में किसी ना किसी रूप में आंदोलनों के माध्यम से हुआ है लेकिन आज वही जब भाजपा सत्ता में है तब उसका चाल चरित्र और चेहरा पूरी तरह से अलोकतांत्रिक हो गया है। हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं और जनता को अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन के माध्यम से अपनी बात रखने का अधिकार है। हमारे देश में लोकतांत्रिक तरीके से अपनी जायज मांगों के लिए अहिंसात्मक रूप से आंदोलनों का एक विस्तृत इतिहास रहा है।

देश की आजादी ही हमें आंदोलनों की वजह से मिली है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा है कि आज प्रदेश में चाहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हो चाहे आजाद अध्यापक संघ हो चाहे देश के बैंक तथा बीमा क्षेत्र के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल और आंदोलन के रास्ते पर हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि ना तो प्रदेश की सरकार और ना ही केंद्र की सरकार इन पर कोई ध्यान दे रही है। जबकि देश कोरोना संकट से गुजर रहा है और सरकारों की कोशिशें होनी चाहिए कि इस दौरान किसी को भी आंदोलन करने की जरूरत ही ना पड़े साथ ही कोविड के दिशा निर्देशों का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए। विधानसभा और संसद में भी विपक्ष जब इन मुद्दों को उठाता है तब भी संबंधित विभाग के मंत्री गण गैर जिम्मेदाराना तरीके से जवाब देकर समस्या को गंभीरता से लेने के बजाय उसे अहंकारी रूप से लेते हैं। सरकार देश में चल रहे किसान आंदोलन की मांगों को भी अनसुना कर रही है और उसकी नीतियां चंद पूंजीपतियों घरानों के लिए बनती हुई दिखाई दे रही हैं जो जो सत्ताधारी दल को हर दृष्टि से ना केवल सहयोग करते हैं वरन कई मीडिया हाउसेस को भी सरकार के पक्ष में तैयार रखते हैं

जिससे सरकार के खिलाफ जो जन आक्रोश है वह मीडिया में दिखाया ही नहीं जाता है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा है कि 300 से ज्यादा किसान आंदोलन के दौरान शहीद हो गए और उनके लिए संवेदना के दो शब्द भी सरकार की ओर से नहीं कहे गए उन्हें मुआवजा देना तो दूर की बात है। अरबों रुपए पूजी पतियों को कर माफी देने वाली केंद्र की सरकार किसानों की कर्ज माफी को नाजायज़ समझती है। अगर आने वाले समय में जनता की आवाज दबाकर जन आंदोलनों को कुचलने का प्रयास जारी रहा तो निश्चित रूप से देश की जनता सड़कों पर उतर कर कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बनेगी जिसकी समूची जिम्मेवारी भाजपा सरकारों की होगी। श्री सिंह ने प्रदेश और केंद्र की सरकार से मांग की है कि जन आंदोलनों को कुचलने का प्रयास ना किया जाए और उनकी जायज मांगों को स्वीकार किया जाए अन्यथा यह लोकतंत्र में हिटलर शाही पूर्ण रवैया होगा जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.