ग्राम डुलारा में अवैध कोयला खनन चरम पर चार पिकअप वाहन से हो रहा अवैध कोयला परिवहन
शाहपुर - ग्राम डुलारा क्षेत्र में अवैध कोयले का उत्खनन एवं परिवहन का कारोबार कोरोना काल मे जोर शोर से शुरू हो गया है । कोल माफिया ने चार चार पिकअप वाहन से दिन रात अवैध कोयला खनन कर परिवहन कर रहे हैं । नीमपानी , पाढर , बैतूल , शाहपुर के आसपास क्षेत्र में सप्लाई की जा रही है ।
जानकारी के अनुसार ग्राम डुलारा में तवा नदी पर अवैध कोयले का खनन व्यापार चल रहा है। प्रशासन चाहे लाख दावा कर ले, लेकिन कोयले का अवैध खनन व परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसका उदाहरण ग्राम डुलारा में देखने को मिल जाएगा। प्रतिदिन चार चार पिकअप वाहन में ट्रिपो से अवैध कोयला लोड कर ईंट भट्टो में पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कोल तस्कर बेधड़क अवैध कोयला निकाल कर बेच रहे हैं।
राजस्व विभाग को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कोयला के अवैध कारोबार में पुराने स्थानीय कोल माफिया एवँ घोड़ाडोंगरी के कोल माफिया के नाम सामने आ रहे हैं।
इसकी अवैध कारोबार जानकारी राजस्व व माइनिंग पुलिस विभाग को भी है, लेकिन इस पर रोक लगाने सार्थक पहल नहीं की गई। कार्रवाई के नाम पर कभी-कभी जेसीबी मशीन से खदान के मुहाने बन्द कर दिया जाता है।
ग्राम डूलारा में कोयला का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है। इस कारोबार में एक्सीवेटर मशीन के अलावा आदिवासी युवाओं से अवैध खनन कराया जाता है। कोयला तस्करों की मजबूत पैठ है इसलिए इनका अवैध कारोबार कभी प्रभावित नहीं होता।
इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि कोयला के अवैध उत्खनन के बारे में माइनिंग, राजस्व , पुलिस विभाग सहित संभाग के उच्चाधिकारियों को भी मालूम है।
उच्चधिकारियों द्वारा मामले में गंभीरता नही दिखाने से अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसी कारण कोल तस्कर सक्रिय होकर अवैध कार्य को अंजाम दे रहे हैं।कोल माफिया द्वारा कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन किया जा रहा है ।
प्रतिदिन पिकअप वाहन में अवैध कोयला लोड कर ईंट भट्टो में पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन को जानकारी होने के बाद भी कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की जा रही है। कोल तस्कर बेधड़क अवैध कोयला निकाल कर बेच रहे हैं। शासन के राजस्व का लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
रिपोर्टर : शैलेन्द्र गुप्ता
No Previous Comments found.