बिजली के कटौती से ग्रामीण है परेशान .जनप्रतिनिधि से लेकर जिम्मेदार अधिकारी है मौन

सिगंरौली : जिले मे  माडा विजली विभाग के कटौती से ग्रामीण है परेशान .जनप्रतिनिधि से लेकर जिम्मेदार अधिकारी है मौन .। आपको बतादे कि  प्रभारी मत्रीं जिले के दौरे मे आऐ हुऐ थे जब पत्रकारो ने बिजली कटौती पर सबाल किये तो वही मत्रीं जी ने कहा हो सकता है बिल बकाया हो .फिर पत्रकारों ने सबाल किये जहा बिल बकाया नही है वहा भी कटौती कि जा रही है वही मत्रीं जी ने कहा बिजली है खराबी हो सकती है इससे साफ अदाजां लगाया जा सकता है कि जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी चुप्पी साध बैठे है सायद मत्रीं जी भुल बैठे है

जिस तरह कोरोना की दुसरी लहर सिगंरौली की जनमानस ग्रामीणों ने छेला है इसका कोई अदाजां नही कर सकता .लोगो के धन्धे व्यवसाय पर  पुरे तरह से चौपट हुआ .इसी बिच अब किसानों की खेती बारी करने का सिजन चला तो अब बिजली कि कटौती माडा मे 6 घन्टे होने लगा जबकि माडा तहसील मुख्यालय होने से प्रदेश के मुखिया माडा के धरातल पर आकर 24 घन्टे विजली देने का दावा किया लेकिन यहा तो विजली आखं मिचौली का खेल दिखा रही है .इतना ही नही बिना रिडीगं लिऐ मनमानी तरिके से उपभोक्ताओं को बिल के साथ नोटिस थमा कर बिजली विभाग के कर्मचारी पैसा वसूलने का काम करने लगे ।अब तो लोगो मे चर्चा होने लगा है कि जनप्रतिनिधियों को हम चुन कर भेजते है कि हमारे क्षेत्र का विकास के साथ .साथ समस्या का निराकरण करे .लेकिन नेता जी लोग जितने के बाद जनता को भुल जाते है .इसी बिच एक बुर्जुग ने कहा कि जैसे नेता जी हम लोगो को भुल बैठे उसी तरह इस बार हम लोग भी चुनाव मे  नेता जी को भुल जाऐगे .अगर हम लोग विजली से रहेगे परेशान .सबसे बडा सबाल है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि क्यो है मौन . आखिरकार कब तक रहेगे जनमानस बिजली कटौती से परेशान या इसी तरह चलता रहेगा विजली बिभाग की मनमानी।

रिपोर्टर : मनोज जायसवाल

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