12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के मूल्यांकन में 10वीं व 11वीं कक्षा के अंको का समावेश हो - अतुल कोठारी

12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के मूल्यांकन में 10वीं व 11वीं कक्षा के अंको का समावेश हो - अतुल कोठारी
 
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर 12वीं बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन पर 2 प्रस्ताव प्रेषित किए
 
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा 12वीं बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के सम्बंध में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय को सुझाव प्रेषित किए गए हैं। न्यास ने देशभर के अनेक शिक्षकों, प्राचार्य, अभिभावक आदि से संवाद करके यह सुझाव तैयार किये है। इस संदर्भ में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव श्री अतुल कोठारी ने कहा कि हमने इस सम्बंध में शिक्षा मंत्री मा. रमेश पोखरियाल, विद्यालयीन शिक्षा सचिव, शिक्षा मंत्रालय अनिता करवाल एवं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी को पत्र लिख कर कहा कि परीक्षा के मूल्यांकन में कक्षा 10वीं व 11वीं के परिणामों के अंकों का भारांश रखा जाना चाहिए। इस हेतु हमने कक्षा 10 वीं के 30%, 11वीं के 20% तथा 12वीं के 50% अंकों का समावेश कर मूल्यांकन किया जाना चाहिए।

हमारा दूसरा विकल्प है कि कक्षा 10 वीं के 20%, 11वीं के 20% तथा 12वीं के 60% सूत्र के आधार पर भी विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जा सकता है। श्री कोठारी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा कक्षा 11वीं के अंकों का समावेश करने वाले सुझावों का विरोध किया जा रहा है, किंतु इन अंकों को समावेश करने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि जो छात्र लगातार 3 वर्षों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें तदनुसार अंक भी मिलने चाहिए। इसके साथ ही छात्र के कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों के अंकों का समेकित भारांश भी लिया जा सकता है। साथ ही जो छात्र अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं है ऐसे छात्रों को परीक्षा देने का अवसर दिया जाना चाहिए, तथा यह परीक्षा शीघ्रता से आयोजित की जानी चाहिए।                                       

रिपोटर:  चंद्रकांत पूजारी

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