खेती बचाओ, जनतंत्र बचाओ देशव्यापी अभियान के तहत आज राजधानी पटना में किसानों का प्रतिरोध मार्च सफल रहा..

पटना: संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 जून को"कृषि बचाओ-लोकतंत्र बचाओ" का राष्ट्रीय घोषणा अनेक मायनों में ऐतिहासिक महत्व का  रहा । यह दिन एक ओर जहां किसानों के संघर्ष के सात महीने पूरा होने का प्रतीक है । वहीं 1975 में तात्कालीन अधिनायक वादी इन्दिरा सरकार द्वारा  आपातकाल लागू करने की 46 वीं वर्षगांठ भी है। यह दिन  किसानों के महान नेता एवं अखिल भारतीय किसान सभा  के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी सहजानंद सरस्वती की 71वीं पुण्यतिथि भी है । उनका निधन 1950 में  हुआ था। संयुक्त किसान मोर्चा ने अघोषित आपातकाल एवं भाजपा की वर्तमान सरकार द्वारा जनतांत्रिक  , संवैधानिक  अधिकारों एवं नागरिक स्वतन्त्रता को कुचलने के प्रयास से लड़ने का संकल्प लिया है। इसी फैसले की रोशनी में किसान सभा ने 26 जून को राजधानी पटना में  प्रतिरोध कार्रवाई आयोजित किया गया । बिहार राज्य किसान सभा(जमाल रोड) , किसान महासभा , किसान मजदूर सभा , सीटू , एटक , एकतू  सहित अन्य  ट्रेड यूनियनों, खेतिहर मजदूर यूनियन भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए ।

यह संघर्ष-कोरोना महामारी को कारपोरेट के लिए लाभ का अवसर , कोरोना से निपटने में केन्द्र एवं राज्य सरकार की आपराधिक लापरवाही, कोरोना से मृत लोगों की संख्या को छिपाने की साज़िश,लचर सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था, ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित स्वास्थ्य केन्द्रों/उपकेंद्रों की जर्जर हालत, लाकडाउन के चलते बेरोजगार हुए लोगों को राहत एवं रोजगार मुहैया कराने में सरकार की घोर निष्क्रियता है  । यास तूफान एवं लगातार हो रही  बारिश से मूंग, मक्का, सब्जी,केला,आम, लीची की हुई ब्यापक बर्बादी की भारपाई के साथ साथ धान फसल तथा बिचड़े की भारी बर्बादी के लिए किसानों को मुआवजा देने , गेहूं का समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से किसानों को हुए भारी घाटे, बिहार सरकार द्वारा गेहूं की रिकॉर्ड खरीदारी जमाखोरों , प्रशासनिक पदाधिकारियों  और संबंधित मंत्रियों द्वारा एम एस पी का लूट  ,बाढ़ के आसन्न त्रासदी से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की अप्रयाप्त तैयारी, केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा 2021-22के खरीफ फसल के लिए घोषित एम एस पी में फसल के बढ़ते लागत के हिसाब से किसानों के साथ धोखा , डीजल पेट्रोल , रसोई गैस,खाद, बीज, खाद्य पदार्थों, एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के दामों में बेतहाशा वृद्धि एवं आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी कालाबाजारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर रोक लगाने के लिए प्रदर्शन तथा जे पी गोलंबर से प्रतिरोध मार्च  निकाला गया । जिसे पुलिस ने डाकबंगला चौराहा पटना पर रोक दिया ।

मार्च में बिहार राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष ललन चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आंदोलन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए किसान विरोधी काले कानूनों की वापसी तथा एम एस पी को कानूनी दर्जा देने की मांग की । कार्यक्रम की अध्यक्षता  सीटू के महासचिव गणेश शंकर सिंह ने की! सभा को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया! प्रदर्शन में ट्रेड यूनियन नेता अरुण कुमार मिश्र , किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव , सीपीआईएम जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी, सीपीआई जिला सचिव रामलाला सिंह, देवेन्द्र चौरसिया, गजनफर नवाब, रणविजय कुमार, रामाधार सिंह, सूर्यकर जितेंद्र, इरफान अहमद, शशी यादव, उमेश सिंह सहित अन्य मौजूद थे!

रिपोर्टर : गोपाल प्रसाद सिन्हा

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.