बुन्देलखण्ड राज्य को लेकर अब गांव-गांव होगा आन्दोलन-कुँवर सत्येन्द्र पाल सिंह
झाँसी। आज बुन्देलखण्ड क्रांति दल के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बहुत तेज बारिश होने के बावजूद बुन्देलखण्ड क्रांति दल के कार्यकर्ता भीगते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुचे। वहाँ राष्ट्रीय अध्यक्ष कुँवर सत्येन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में जिलाधिकारी झाँसी की अनुपस्थिति में अपर नगर मजिस्ट्रेट झाँसी को प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौपकर पुनः प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण की मांग की।इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष कुँवर सत्येंद्र पाल सिंह ने ऐलान किया कि प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलन गांव-गांव ले जाएंगे। कार्यकर्ताओ ने जोरदार नारे लगाकर प्रदर्शन किया।
ज्ञापन देते हुये बुन्देलखण्ड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुँवर सत्येंद्र पाल सिंह ने कहा कि जिस बुन्देलखण्ड राज्य की स्थापना 12 मार्च 1948 को हुई थी केन्द्र सरकार ने उस राज्य को 01 नवम्बर 1956 को समाप्त कर दिया था। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश सरकारो की उपेक्षा के कारण ही बुन्देलखण्ड में गरीबी हैं। बुन्देलखण्ड के नौजवानों को नौकरी नही मिल पा रही है। बुन्देखण्ड में रोजगार के साधन नही हैं, खेती के लिए पानी नही है।हम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से मांग करते हैं कि बुन्देलखण्ड राज्य की बहाली करिये।जब बुन्देलखण्ड राज्य पुनः अलग बनेगा तभी राज्य का विकास हो सकेगा।
जिलाध्यक्ष मो० नईम मंसूरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा क्रांति दल शरद प्रताप सिंह आदि ने बताया कि पूरे देश मे बुन्देलखण्ड क्षेत्र सर्वाधिक पिछड़ा हुआ हैं। बुन्देलखण्ड के सारे किसान , मजदूर , व्यापारी , नौजवान व छात्र परेशान हैं। अभी बुन्देलखण्ड में रहने वाले किसी भी नौजवान , मजदूर , शिक्षित युवा, अशिक्षित युवा के लिए कोई भी रोजगार की संभावनाएं बुन्देलखण्ड में नही है।
बुन्देलखण्ड क्रांति दल के प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रूप से बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के महानगर अध्यक्ष अरविन्द शुक्ला , महासचिव विक्रम राठौर,राहुल त्रिवेदी,कु० नीतू सिंह चौहान, श्रीमती पल्लवी अवस्थी,आनंद अवस्थी, राष्ट्रीय महासचिव हर किशोर रजक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर सिंह, लालू पंडित , जुबेर खान, बबीना विधानसभा प्रभारी बाबू सिंह यादव, जितेंद्र सिंह तोमर, सुरेश सिंह गहलौत, ज्ञान प्रकाश दुबे, रामलाल सोनी आदि उपस्थित रहे।
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