चांदन बाजार में पानी की घोर किल्लत घरों के सामने बिछाई गई पाइप शोभा की वस्तु बन गई

बांका जिले के चांदन प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में अपने परिवार के लिए पानी उपलब्ध कराना स्थानीय लोगों के लिए एक चुनौती बन गया है। दिन प्रतिदिन बाजार में आबादी बढ़ने के साथ-साथ पेयजल की समस्या विकराल हो रही है। कई स्थानों पर जैसे पांडेडीह, चांदन बाजार कस्तूरबा गली में लोग सुबह से ही कतार में लगकर घंटों नल के समीप पानी का इंतजार करते हैं। लेकिन पानी देने वाला पाइप अपनी दम तोड़ते हुए धीमी गति पानी एक घंटे में एक गैलन ही पानी दे पाता है। कुछ लोग नदी की पानी रहने के कारण घंटों इंतजार कर पानी ले लेते हैं लेकिन कुछ लोग खाली हाथ लौट जाते हैं।

लोगों का कहना है चांदन मुख्यालय में पीएचडी विभाग द्वारा 30 साल पूर्व एक  पानी टंकी था। उस समय सभी के मोहल्ले में भरपूर समय पर पानी मिल जाती थी। लेकिन आज सरकार की लागत अनंत रहने के बावजूद पानी किल्लत से जूझ रहे हैं लोग, कुछ लोग पैसे से खरीद रहे पानी, कुछ लोग  नदी तक जाकर पानी ला रहे हैं। ऐसा नहीं है की पानी की समस्या का निदान करने के लिए सरकार प्रयास नहीं कर रही है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय लापरवाही, अफसरों की अनदेखी, कमीशन, योजनाओं में लूट के कारण, पानी की समस्या हो रही है।सात निश्चय योजना के तहत प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर में वाटर टैंक लगाया गया था कि घर-घर तक पानी मुहैया कराई जा सके जो अब तक सिर्फ दिखावा ही बन रहा। लोगों को उसका लाभ मिलना तो दूर की बात है प्रखंड मुख्यालय के चांदन पंचायत में लाखों से लागत से बना पानी टंकी लोगों के लिए सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। इस पानी टंकी से एक किलोमीटर की परिधि तक पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लगाया गया है। इसके अलावा जगह-जगह नल लगाया गया है। लेकिन करीब एक दर्जन नल टूटा हुआ है। उसका पानी पोस्ट ध्वस्त हो चुका है। इस पानी टंकी से लोगों को अब तक एक बूंद पानी नहीं मिल सका है। चांदन बाजार स्थित कस्तूरबा गली के दुकानदार प्रमोद मिश्र, विष्णु रावत, कौशल्या देवी, विकास अग्रवाल, पंकज कुमार बरनवाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 7 महीने पूर्व पानी टंकी से पानी की सप्लाई शुरू की गई। दो-तीन दिन तक पेयजल की आपूर्ति की गई लेकिन उसके बाद से आपूर्ति ठप है। ग्रामीणों ने बताया कि इस पानी टंकी के निर्माण से उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा है बल्कि यह एक शोभा की वस्तु बनी हुई है।

सरकार भले ही विकास के नाम पर करोड़ों की लागत से पेयजल आपूर्ति की योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। लेकिन इसका लाभ अब तक लोगों को नहीं मिल रहा है। जिस कारण इस भीषण गर्मी में इलाके में पेयजल की किल्लत बनी हुई है। आप इस बाजार के ग्रामीण दुकानदार आंदोलन करने के लिए उतारू हो गए हैं। कभी भी अपनी समस्या को लेकर ब्लॉक के दरवाजे को खटखटा सकते हैं ।

रिपोर्टर -राकेश कुमार बच्चू

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