सिद्धार्थनगर,बाढ़ पीड़ितों की जान जोखिम में घर नदी के कटान में।

बरसात के इस मौसम में हमेशा की तरह सिद्धार्थ नगर जनपद के  तहसील क्षेत्र शोहरतगढ में नदियों के सटे गाँवों में बाढ़ का पानी तबाही मचाता आ रहा है । लेकिन इस समस्या का समाधान करने में योगी सरकार एवं जिला व तहसील प्रशासन कोई रूचि नहीं दिखा रहा है । परिणाम स्वरूप पिछले साल की तरह इस साल भी लगातार हो रही बारिश के कारण नदियाँ ऊफान पर हैं । जिससे जगह-जगह  हो रहे  कटान से गाँवों में बाढ़ का पानी तबाही मचा दिया है । वैसे तो पूरे जनपद की स्थिति भयावह है। सोशल मीडिया पर शासन प्रशासन की हो रही थू थू के बाद एसडीएम शिवमूर्ति सिंह अपनी टीम के साथ शोहरतगढ तहसील क्षेत्र के बसहिया गाँव के टोला नौडिहवा  पहुंच कर नदी के कटान में प्रभावित दर्जन भर परिवार के लिए वैकल्पिक आवास की ब्यवस्था करने का आश्वासन दिया है । अब सवाल उठता है कि बाढ़ राहत कोष का बजट क्या सिंचाई विभाग के पास पहले से नहीं होता है ।

जानकारों का कहना है कि बाढ़ राहत कोष का बजट सिंचाई विभाग के पास हमेशा रहता है । अगर ए सत्य है तो क्या जानबूझकर सिंचाई विभाग बाढ़ पीड़ितों के घरों को नदी में समाने के लिए छोड़ दिया करता है । और जब सोशल मीडिया पर शासन प्रशासन की थू थू शुरू होती है तब विभाग के जिम्मेदार बाढ़ पीड़ितों तक पहुंच कर आश्वासन अथवा थोड़ी मदद करते हैं । राजमन खदेरू रामकिशुन मोती शोमराज लालबिहारी महेश यौलू शैलेश राम किशन मंगल यादव मनोहर रामनिवास रामू विफई गौरी इंद्रावती सारथी भगौती सहदेव आदि को आवास की जमीन देने का आश्वासन दिया है ।  पूर्व प्रधान राजेंद्र यादव के प्रयास से बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ राहत कोष से सहायता प्राप्त होने की संभावना प्रबल हो गई है । ग्रामीण ने बताया कि पूर्व प्रधान के प्रयास की सराहना की है ।
 

रिपोर्टर : सुशील कुमार खेतान ।

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